
थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी के ऊंचाई पर बसे तमाम गांव बर्फ से ढक गए हैं। जबकि घाटी क्षेत्रों में लगातार तीसरे दिन भी झमाझम बारिश के कारण पूरे क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप जारी है। आम लोग कड़ाके की ठंड से बचने के लिए अपने घरों में ही दुबके हुए हैं, जिससे क्षेत्र के तमाम बाजारों एवं कस्बों में लोगों की आमद काफी कम रही। समाचार लिखे जाने तक बर्फबारी एवं बारिश के जारी रहने के कारण ठंड का आलम लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जबकि बर्फबारी वाले क्षेत्रों में पशुपालकों को चारा पत्ती के लिए भटकना पड़ेगा।
शनिवार से लगातार ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हों रही बर्फबारी के कारण एवं निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा। इस क्षेत्र के ऊंचाई वाले बुग्यालों के साथ ही क्षेत्र के ऊंचाई पर बसे पर्यटक स्थल लोहाजंग, घेस, हिमानी, बलाण, पिनाऊ, वांण, दिदिना, कुलिंग, मंदोली, हरनी, बमोटिया, सौरीगाड़, मानमती, झलिया, रामपुर, तोरती, कुराड़, रतगांव, कुनीपार्था, रूईसाण, सोल डुंग्री, गेरूड़ आदि गांवों बर्फबारी से लकदक हो गए हैं। समाचार लिखे जाने तक बर्फबारी एवं बारिश रूक.रूक कर जारी हैं। जिससे ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ग्रामीणों के संमुख चारा पत्ति की समस्या खड़ी हो गई हैं।












