फोटो- बदरीनाथ मे हुए ताजे हिमपात का दृश्य ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ , हेमकुंड साहिब व नीती-माणा घाटियों मंे हुआ ताजा हिमपात। निचले इलाकों में बारिश के बाद कडाके की ठंड शुरू हुई।
एक बार फिर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जनपद चमोली के सीमावर्ती क्षेत्रों मे सुबह से बादल छाए थे,। लेकिन दोपहर हेाते-होते ऊॅचाई वाले इलको मे हिमपात शुरू हुआ तो निचले इलाको मे हल्की वारीश। प्राप्त जानकारी के अनुसार बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलो की घाटी,,के साथ नीती व माणा घाटियों के अलावा उर्गम व सलूड-डुंग्रा तथा थैंग गाॅव के ऊपरी क्षेत्र मे ताजा हिमपात हुआ है। औली से सटे गौरसों बुग्याल व आस-पास भी ताजे हिमपात की सूचना है।
ऊॅचाई वाले क्षेत्रो के साथ सभी पर्वतश्रृुंखलाए बर्फ से लकदक हो गई है। हिमपात व निचले इलाको मे वारीश के साथ कडाके की ठंड भी शुरू हो गई है। सांय ढलने से पहले ही बाजारो मे सन्नाटा पसरने लगा था।
इस बार अन्य वर्षो की अपेक्षा शीतलहर ने कुछ जल्दी ही दस्तक दे दी है। पिछले वर्षो तक कई दिनो की वारीश के बाद हिमपात होता था। लेकिन इस वर्ष तो मौसम बदलने के बाद ऊॅचाई वाले इलाको मे सीधे ही हिमपात शुरू हो रहा है। बदरीनाथ धाम मे जहाॅ अमूमन कपाट बंद होने के दिन या उसके वाद ही बर्फबारी होती थी लेकिन इस बार बदरीनाथ मे भी कपाट बंद होने से दस दिन पूर्व सात नंवबर को हिमपात हो गया था। और बदरीनाथ मे मंदिर समिति व जिला प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों व आम नागरिको के लिए अलाव की ब्यवस्था करनी पडी थी।
सात नंवबर के बाद बदरीनाथ व अन्य ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे भी हिमपात हुआ था। अब मौसम के पूर्वानुमान के बाद मंगलवार को भी पूरे सीमांत क्षेत्र के ऊॅचाई वाले इलाको मे ताजा हिमपात हुआ है।