
थराली से हरेंद्र बिष्ट।
एचएनबी गढ़वाल विश्विद्यालय के द्वारा ग्वालदम, ताल एवं घनियालधार के किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ ही जड़ी-बूटी के पौध वितरण कर किसानों को जड़ी.बूटी को कृषि के रूप में अपनाने का आह्वान किया।
एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ विजय कांत पुरोहित ने बताया कि जीवंती वेलफेयर एवं चैरिटेबल ट्रस्ट, डाबर इंडिया लिमिटेड के द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में हैप्रेक द्वारा किसानो पौध व तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। डॉ पुरोहित ने किसानों को पौध लगाने की विधि, उपयोग एवं भविष्य में बाजार की उपलब्धता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अथिति मध्य पिंडर रेंज थराली के डिप्टी रेंजर माखन लाल धुनियाल ने कहा कि जड़ी.बूटी को कृषि के रूप में अपनाने से किसानों की आय दुगनी होने की आशाएं काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि लगातार खेती पर बढ़ रहे जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के लिए किसानों के लिए अब जड़ी.बूटी की खेती लाभदायक साबित हो रही हैं। इस मौके पर ग्राम प्रधान मुन्नी देवी, महावीर रावत, विवि के अजय हेमदान, भवानी दत्त कोठारी, कमल पुंडीर आदि ने विचार व्यक्त किए।इस मौके पर किसानों को कुठ, कुटकी, मासी, अतीश, तगर आदि जड़ी.बूटियों की 10 हजार पौध उपलब्ध करवाई गई।












