गैरसैंण। उत्तराखंड के महान सहित्यकार, रचनाकार और कलाकार, संगीतकार, गायक, नाटककार आदि साहित्य और सांस्कृतिक क्षेत्र में विभिन्न प्रतिभाओं के धनी जीत सिंह नेगी के 21 जून को निधन होने पर क्षेत्रीय विधायक एस एस नेगी, पूर्व डिप्टी स्पीकर एपी मैखुरी, पूर्व विधायक अनिल नौटियाल, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश पुजारी आदि ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भाव
भीनी श्रृद्धांजलि अर्पित की है।
जीत सिंह नेगी का जन्म 2 फरवरी 1927 को ग्राम अयाल, पट्टी पौडूलस्यूूं , पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। संवेदना प्रकट करते हुए हरीश पुजारी ने कहा कि उत्तराखंड ने साहित्य और सांस्कृतिक जगत के एक महान पुरोधा को खो दिया है। उनकी अनेक रचनाएं
जैसे तू होली बीरा उंची नीसी डांड्यू मां घसियारी का भेष मां, जैसी कर्णप्रिय गढ़वाली गीत आकाशबाणी नजीबाबाद से प्रसारित हुआ करते थे।
उन्होंने मलेथा की कूल, भारी भूल जैसे नाटक की रचना के साथ.साथ गीत गंगा, जौंल मंगरी, म्यारा गीत गीत संग्रह की रचना भी की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के आधुकिनक कलाकार उनकी रचनाओं से अवश्य प्रेरणा लेकर उत्तराखंड के साहित्य और सांसकृतिक जगत में बुलंदियों को छूकर कामयाब होंगे।