रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जल ही जीवन है, आज जहाँ पूरा विश्व गंभीर जल संकट से गुजर रहा है, तो आने वाले समय मे जल की गहरी समस्या को लेकर पूरा विश्व चिंतित है, ऐसा नहीं कि जल संकट पर कार्य नहीं हुए, मगर इसके लिए ठोस जल नीति आजतक लागू नहीं हो सकी। बेशक हर वर्ष करोड़ों रुपया जल संरक्षण, संवर्धन पर खर्च किये जा रहे है, फिर भी जल संकट बढ़ते जा रहा है। यह एक गंभीर सवाल भी खडे कर रहा है।
जल की घटती समस्या को लेकर रुद्रप्रयाग जिले के सतेराखाल क्षेत्र पंचायत सदस्य गौरव सुपरियाल भी पानी के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र नारी, खतेणा, भेषगाव, पोला, सान्दर, स्यूपुरी मे जल संकट को लेकर काफी गंभीर है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य गौरव का कहना है कि मैंने अपने गुरु रहे टीपीएस नेगी से ज़ब जल स्रोतों को बचाने की बात रखी तो उन्होंने मुझे अपनी नर्सरी से 125 वृक्ष भेंट किए।
आपको बता दे कि आजादी का अमृत महोत्सव पर सतेराखाल, स्यूपुरी के सेवानिवृत्त शिक्षक टीपीएस नेगी द्वारा आज भी समाज को जागरूक किया जा रहा है कि भविष्य में पानी की समस्या सम्पूर्ण विश्व में तो होगी ही लेकिन एक छोटी सी पहल कर हम अपने तल्लानागपुर क्षेत्र के जल स्रोतो कि बचाने का प्रयास करें। उन्होंने अपने शिष्य वर्तमान में क्षेत्र पंचायत सदस्य गौरव सुपरियाल को अपनी नर्सरी से बाज के पौधे विभिन्न जल स्रोतो के ऊपर लगाने का सुझाव दिया, जिसमें स्यूपुरी, सान्दर, भैसगाव, नारी, खतेणा के जल स्रोत जीवित रहे सके तथा आने वाली पीढ़ी को पानी की समस्या से परेशान ना होना पड़े।
क्षेत्र पंचायत सदस्य गौरव सुपरियाल द्वारा जल स्रोतो के ऊपर पौधे लगाए गये। यह एक सराहनीय मिशाल भी पेश की जा रही है, क्योंकि जल के बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता। हमें पर्यावरण के साथ साथ जल को भी बचाना होगा।