अल्मोड़ा। पुलिस के गत दिनों द्वाराहाट निवासी एक व्यक्ति के बैंक खाते से साइबर धोखाधड़ी के जरिए 12 लाख रुपयों की धनराशि गायब करने के आरोप में तीन आरोपियों को दिल्ली, सम्भल व गजरौला से गिरफ्तार किया है। साइबर ठगों ने प्रभावित के आधार कार्ड के जरिए सिम प्राप्त कर एसबीआई का यूनो एप डाउनलोड कर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रमेश चन्द्र पुत्र शिवदत्त निवासी ग्राम च्याली पोस्ट छानागोलू थाना द्वाराहाट जनपद अल्मोड़ा ने थाना द्वाराहाट में साईबर धोखाधड़ी सम्बन्धित तहरीर दी गयी। जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा अवगत कराया गया कि उनके बैंक खाते से 10.01.2022 से 19.01.2022 तक लगभग 12 लाख रुपये की धनराशि अलग.अलग खातों में उनके बिना संज्ञान के ट्रांस्फर हुई है। जिसके बाद द्वाराहाट थाना में मुकदमा दर्ज करते हुए विवेचना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव के सुपुर्द की गई। अभियोग के अनावरण हेतु एसएसपी अल्मोड़ा के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन/साईबर ओशिन जोशी व साईबर सैल अल्मोड़ा द्वारा वादी के एसबीआई बैंक खाते के ट्रांन्सजेक्शन/बैंक खाते से लिंक मोबाईल नम्बर/डाटा का गहनता से विश्लेषण कर पाया गया कि वादी का कूटरचित आधार कार्ड दिखाकर सिम के नम्बर को सम्भल में दिखाकर सिमैक्स के जरिये वोडाफोन रिटेल स्टोर से खरीदा गया।
जिसके बाद यूनो एप्प एसबीआई डाउनलोड कर इस धोखाधडी को अंजाम देते हुए खाते से निकाली गयी लगभग 12 लाख की धनराशि अलग.अलग खातों में ट्रान्सफर की गयी है। इसके सम्बन्ध में सम्बन्धित एजेन्सी से जानकारी की गयी। जिसमें आवश्यक कार्रवाई हेतु 04 टीमें कोतवाली रानीखेत, थाना लमगड़ा और एसओजी से नियुक्त की गयी। साईबर सैल टीम द्वारा लगातार डाटा/लोकेशन उपलब्ध कराया गया। जिसके आधार पर पुलिस टीम द्वारा लोकेशन के आधार पर तीनों साईबर अपराधियों धीरज कुमार पुत्र विजय पाल सिंह निवासी अहरोला तेजवन थाना गजरौला जिला अमरोहा यूपी, विशेष शर्मा पुत्र नरेश शर्मा निवासी पंचशील कॉलोनी चंदोसी यूपी व रोविन ठाकुर पुत्र फोनी ठाकुर निवासी पच्चीसफुटा रोड गौतमबुद्ध नगर नोयडा सैक्टर 63 दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अल्मोड़ा पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे विभिन्न मोबाईल कम्पनियों से सिम के एक्टीवेट होने एवं डिएक्टिवेट होने सम्बन्धी मैसेज प्राप्त होने पर उन पर ध्यान दें, एवं बैंक से लिंक मोबाईल सिम के डिएक्टीवेट होने पर मोबाईल सिम कम्पनी के वैध कस्टमर केयर नम्बर को तत्काल सूचित करें, जिससे बैंक में लिंक मोबाइल सिम से होने वाली धोखाधड़ी से बचा जा सकें। किसी भी प्रकार के साईबर अपराध/फ्रांड का अंदेशा होने पर ट्रोल फ्री न० 1930 पर तुरन्त सूचना दें।