रिपोर्ट-हरेंद्र बिष्ट।
थराली। लगता है कि पिंडर घाटी के शराब व्यवसाईयों को शासन, प्रशासन के दिशा-निर्देश का कोई भी खौंफ नही। जिस तरह से भारतरत्न डाॅ भीमराव अंबेडकर जयंती पर पुलिस, प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम थराली में शराब बेचते रहें उससे कुछ यही मानना जा रहा हैं।दरअसल राज्य सरकार के द्वारा गणतंत्र दिवस, भारतरत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती,गांधी जयंती के साथ ही जिलाधिकारियों के विशेष परिस्थितियों में एक दिन सहित पूरे वर्ष में कुल पांच दिन शराब की अंग्रेजी एवं देशी दुकानों को बंद रखने के सख्त निर्देश हैं। बकायदा बिक्री के लाइसेंस देने के दौरान इसका उल्लेख किया जाता। इन पर्वों पर बकाया आबकारी विभाग दुकानों को सील कर देता हैं। किंतु थराली में 11अप्रैल से दैनिक बिक्री के आधार पर खोली गई अंग्रेजी शराब की दुकान से शराब बेची जाती रही उससे शराब व्यवसाई के बेखौफ होने का अंदाजा लगाया जा सकता हैं।
डॉ अंबेडकर की जयंती पर थराली दुकान के मुख्य काउंटर की खिड़की को बंद रखा गया किंतु सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए दुकान के दरवाजे के नीचे से महंगे दामों पर शराब बेच कर शराब व्यवसाई एवं उसके सैल्समैन चांदी काटते रहें।इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र लाल से पूछने पर उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर जयंती पर जिले की सभी शराब की दुकानों को बंद रखने के आदेश दिए गए थे। थराली दुकान से अगर शराब बेची जा रही थी तों आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में कर्णप्रयाग के आबकारी इंस्पेक्टर मानवेंद्र पवांर ने कहा कि वें कही बहार हैं पूछने पर बताया कि निश्चित रूप से शराब की दुकानों पर उनके स्टाफ ने 13 अप्रैल की रात को सील लगा दी होगी उन्होंने भी मामले की जांच की बात कही।