रिपोर्ट: प्रकाश कपरूवाण
ज्योतिर्मठ/जोशीमठ। भू धसाव आपदा के 20 महीनों के लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार अब आपदा पीड़ितों के सब्र का बाँध टूट ही गया। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के आह्वान पर हुई बैठकों मे 27 सितंबर 2024से प्रस्तावित आंदोलन की रणनीति पर व्यापक मंथन हुआ और सोमवार को आपदा प्रभावितों ने जुलूस की शक्ल मे तहसील परिसर मे पहुंचकर एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा।
जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन मे कहा गया है कि सीमांत नगर ज्योतिर्मठ -जोशीमठ के नागरिक जनवरी 2023से भू धसाव आपदा से पीड़ित हैं, 20 महीनों से आपदा प्रभावित जोशीमठ के ट्रीटमेंट सहित अन्य मांगो पर सकारात्मक पहल करने के लिए हर स्तर पर अनुनय विनय कर चुके हैं, जब किसी भी स्तर से सकारात्मक कार्यवाही की पहल नहीं हुई तो अब आपदा प्रभावितों ने एक स्वर मे आंदोलनात्मक कदम उठाने का निर्णय लिया है।
लिए गए निर्णय के अनुसार 27 सितंबर 2024 को चक्का जाम, बाजार बन्द के साथ ही उसी दिन से क्रमिक अनशन शुरू किया जायेगा।
ज्ञापन मे कहा गया है कि यदि 26 सितंबर तक आपदा प्रभावितों की मांगो पर सकारात्मक कार्यवाही शुरू नहीं हुई तो 27 सितंबर को चक्का जाम, बाजार बन्द, धरना/प्रदर्शन व क्रमिक अनशन शुरू किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन -प्रशासन की होगी।
ज्ञापन पर मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के मुख्य संरक्षक ऋषि प्रसाद सती, संरक्षक भगवती प्रसाद कपरुवाण, भगवती प्रसाद नंबूरी, उपाध्यक्ष प्रकाश नेगी, सचिव समीर डिमरी, संगठन के युवा शाखा के अध्यक्ष प्रभात बहुगुणा, प्रवक्ता अमित सती, मीडिया प्रभारी प्रवेश डिमरी, ब्यापार संघ अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, महामंत्री सौरभ राणा,कोषाध्यक्ष कन्हैया लाल साह,पूर्व अध्यक्ष श्रीराम डिमरी, पूर्व महामंत्री जेपी भट्ट, सुभाष डिमरी, रोहित परमार, सुरेन्द्र दीक्षित, दिनेश उनियाल,के अलावा हर्षबर्धन कमदी, ललित थपलियाल, शान्ति लाल साह,अनिल डिमरी,अभिषेक भट्ट, गौरव बहुगुणा, सूरज भुजवाण, महेन्द्र दयाल, पूर्व पालिका सभासद देवेश्वरी कपरुवाण, हर्षबर्धन भट्ट, लक्ष्मी प्रसाद डिमरी व मुकेश कुमार सहित अनेक प्रभावितों के हस्ताक्षर हैं।