ज्योतिर्मठ, 05अक्टूबर।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के उत्तराखंड प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेन्द्र
ने कहा कि नागपुर से शुरू हुआ संघ का कार्यक्रम न केवल भारतवर्ष मे बल्कि विश्व के साठ से अधिक देशों मे चल रहा है, उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्मठ मे संघ शताब्दी वर्ष का कार्यक्रम बड़े स्तर पर होना सौभाग्य की बात है।
प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेन्द्र जी यहाँ श्री बद्रीनाथ वेद वेदांग स्नात्तकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय के प्रांगण मे ज्योतिर्मठ नगर के स्वयं सेवकों को सम्बोधित कर रहे थे, उन्होंने कहा कि जिस सनातन भाव का कार्य आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य, स्वामी विवेकानंद व स्वामी दयानन्द जी ने किया उसी को आगे बढ़ाने का कार्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने वनवासी, आदिवासी, बानर, रीछ, शोषित, व वंचित वर्ग को शस्त्र व शास्त्र की शिक्षा देकर सेना तैयार की और उसी सेना के बल पर लंका पर विजय प्राप्त की, संगठन मे शक्ति से ही कार्य सिद्ध होता है, शास्त्र व शस्त्र की शिक्षा गुरुकुल की परंपरा रही है।
प्रान्त प्रचारक ने उत्तराखंड मे असंख्य सुरंगो के निर्माण व सड़क चौड़ीकरण जैसे अनियंत्रित विकास पर कटाक्ष करते हुए इसे विकास के नाम पर विनाश करार देते हुए कहा कि हिमालय देश की प्यास तो बुझा रहा है लेकिन इस प्रकार के विकास से कहीं हिमालय ही प्यासा न रह जाय, इस पर चिंतन करने की जरुरत है।
प्रान्त प्रचारक ने देश की आजादी मे आरएसएस के योगदान सहित संघ के सौ वर्षों के संघर्ष व उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेन्द्र के उद्बोधन से से पूर्व दीप प्रज्जवलन, शस्त्र पूजन, अमृत वचन व एकल गीत का गायन हुआ, इसके उपरांत संघ प्रार्थना एवं पथ संचलन शुरू हुआ जो संस्कृत महाविद्यालय प्रांगण से शुरू होकर मुख्य बाजार होते हुए बद्रीनाथ-मलारी तिराहे पर पंहुचकर समाप्त हुआ,पथ संचलन मे बड़ी संख्या मे स्वयं सेवकों ने प्रतिभाग किया।
संघ शताब्दी वर्ष कार्यक्रम मे विभाग प्रचारक मनोज जी, जिला प्रचारक मिथलेश जी, नगर संचालक दाताराम मिश्रा, नगर कार्यवाह दर्वेश्वर थपलियाल, सह नगर कार्यवाह प्रकाश पंवार, विभाग प्रचार प्रमुख शम्भू प्रसाद चमोला, प्रचार प्रमुख कैलाश भट्ट, सह प्रचार प्रमुख हर्षित जैन, व्यवस्था प्रमुख दाताराम बर्थवाल, व सेवा प्रमुख जयपाल बिष्ट आदि उपस्थित रहे।












