देवेंद्र की पुत्री निवेदिता ने कहा पापा के पद चिन्हों पर चलकर दबे कुचलों की आवाज बनूंगी
कोटद्वार। पौड़ी जनपदीय क्षेत्र के जाने माने पत्रकार और समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज बनकर संघर्ष की मजबूत आवाज जो, लंबे समय तक जन आंदोलन के माध्यम से कोटद्वार, जनपद पौड़ी और संपूर्ण उत्तराखंड में रही है। देवेंद्र सिंह पत्रकार को उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर पत्रकार साथियों और उनके जनवादी आंदोलनों से जुड़े साथियों ने उनका स्मरण करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उनके पद चिन्हों पर चलकर समाज के अंतिम व्यक्ति आम जनसाधारण की आवाज बनकर संघर्षशील, दवे कुचले लोगों को उनके समस्त लोकतांत्रिक अधिकार दिलाने का भी इस अवसर पर संकल्प लिया गया।उनके करीबी रहे उनके हमसफर दुख.सुख के साथी विपिन उनियाल ने देवेंद्र सिंह को एक ईमानदार और ईमानदारी के लिए जांबाजी के साथ जनता के मुद्दों पर डटे रहने वाला पत्रकार बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज की पत्रकारिता, आज पत्रकार मीडिया हाउस के चंगुल में बंधुआ मजदूर की जिंदगी जी रहे हैं। जनता की आवाज दबती जा रही है और भारत का लोकतंत्र खतरे में पड़ रहा है।
कामरेड उनियाल ने कहा कि देवेंद्र ने अपनी पत्रकारिता के दौरान किसी भी माफिया या किसी भी ताकतवर गलत काम करने वाले, जनता का हक मारने वाले लोगों के साथ कभी समझौता नहीं किया, लेकिन आज की पत्रकारिता और आज का जो पत्रकारिता का पूरा कांसेप्ट है। यह पूरा बदल चुका है। पत्रकार उनियाल ने कहा कि उन्होंने भी कॉलेज की शिक्षा समाप्त होने के बाद पत्रकारिता को एक मिशन बनाया और पत्रकारिता के माध्यम से खासकर जनवादी सोच की पत्रकारिता को लेकर जनता की आवाज बनकर उस समय जो भी लिखा वह छापा और तब का दौर और आज के दौर में बहुत अन्तर आ गया है, आज पूरी पत्रकारिता कारपोरेट घरानों और माफियाओं के जाल में है।
उन्होंने कहा कि आज बहुत कठिन दौर से पत्रकारिता गुजर रही है और इस कठिन दौर में पत्रकार साथियों को बहुत संघर्ष के साथ आम आदमी की आवाज को उठाना होगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम देवेंद्र को उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने वालों में वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता एडवोकेट चंद्रमोहन बड़थ्वाल, एडवोकेट जगदीश जोशी, एडवोकेट ध्यान सिंह नेगी, डॉक्टर जगदंबा प्रसाद ध्यानी, पत्रकार उमेद सिंह रावत, पत्रकार राजीव गौड़, पत्रकार मुजीब नैथानी, पत्रकार चंद्रेश लखेड़ा, पत्रकार मनोज सिंह, पत्रकार आशीष किमोठी आदि पत्रकारों ने देवेंद्र सिंह को याद किया और उनकी सोच को आत्मसात करते हुए बेहतर समाज एक सभ्य समाज और लोकतंत्र की बेहतरी के लिए कार्य करने का भी संकल्प लिया। इस अवसर पर देवेंद्र के पुत्र देवाशीष सिंह व उनकी धर्मपत्नी अंजू सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पंडित सूरज कुकरेती ने किया।












