
एकल सदसीय जांच आयोग अध्यक्ष व सेवानिवृत न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी ने युवाओं की सुनी समस्याएं।
कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
पौड़ी गढ़वाल। राज्य सरकार द्वारा स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा में कथित नकल के आरोपों की जांच हेतु आयोग के अध्यक्ष एवं मा० उच्च न्यायालय, नैनीताल के सेवानिवृत मा० न्यायमूर्ति यू०सी० ध्यानी की अध्यक्षता में गठित एकल सदस्यीय जांच आयोग के अंतर्गत नगर निगम प्रेक्षागृह में लोक सुनवाई व जन संवाद कार्यक्रम में युवाओं की परीक्षा संबंधित समस्याओं व सुझाओं को सुना।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मा० न्यायमूर्ति यू०सी० ध्यानी (सेनि०) द्वारा की गयी। इस अवसर पर छात्र- छात्राओं, अभिभावकों, कोचिंग संचालकों एवं अन्य संबंधित पक्षों ने प्रतिभाग कर अपने सुझाव एवं विचार आयोग के समक्ष प्रस्तुत किये।
मा० न्यायमूर्ति ध्यानी ने कहा कि आयोग द्वारा राज्य के विभिन्न जनपदों में जन संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से अभ्यर्थियों एवं आमजन से सुझाव प्राप्त किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्राप्त अधिकांश सुझाव पाठ्यक्रम, पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न, परीक्षा केंद्रों के चयन, परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता तथा परीक्षा में तैनात कार्मिकों की नियुक्ति से संबंधित रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा प्राप्त सुझावों एवं साक्ष्यों पर विचार करते हुए एक प्रारंभिक रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जा चुकी है। अन्य जनपदों में आयोजित होने वाले जन संवाद कार्यक्रमों के उपरांत एक विस्तृत रिपोर्ट शासन एवं आयोग को भेजी जाएगी।
मा० न्याय मूर्ति ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि उनके सुझाव को वह अपनी रिपोर्ट में शामिल कर सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर संवाद कार्यक्रम में आयोग के सचिव एवं उर्जा विभाग के सचिव विक्रम सिंह राणा, एडीएम शालिनी मोर्य, बीईओ दुगड्डा अमित कुमार चंद, तहसीलदार शाक्षी उपाध्याय, प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के प्रवक्ता अरविंद दुदपुड़ी, बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल, उमेद सिंह रावत, मीनाक्षी रावत, सूरज कुकरेती, छात्र- छात्राएं, अभिभावक, कोचिंग संचालकों सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।












