डा. हरीश चंद्र अन्डोला
भारत में वर्तमान भौतिक वादी समय में बिना सोचे समझे बच्चों को कुछ भी खाने के लिए देना बहुत नुकसानदेह हो साबित सकता है। इसलिए बच्चों के खानपान पर ध्यान देना माता पिता की बड़ी जिम्मेदारी है। बच्चे अक्सर जंक फूड या फास्ट फूड की माँग करते हैं। लेकिन बार बार उनकी ये मांग पूरी करने से उन्हें उनकी आदत पड़ जाती है। जंक फूड के नुकसान बहुत भारी पड़ सकते हैं। इसलिए जंक फूड से बच्चों को दूर रखें, यह हमारी जिम्मेदारी है। युवा पीढी किन चीज़ों को जंक फूड माना जाता है। जंक फूड माने जाने वाले आहार कोल्ड ड्रिंकए बच्चे नहीं जानते हैं कि जंक फूड के दुष्परिणाम क्या हैं। विभिन्न विइायापनों द्वारा प्रकाशित होने के कारण वे कोल्ड ड्रिंक पीते रहते हैं। सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। इसे बनाने में इस्तेमाल किए गए सोडे से टाइप.2 डायबिटीज हो सकता है। प्रोसेस्ड रेडमीट जंक फूड की लिस्ट में प्रोसेस्ड फूड भी गिना जाता है। यह भी मधुमेह का कारण बन सकता है। इसके अलावा हृदय रोगऔर कोलोन कैंसर भी हो सकता है। प्रोसेस्ड रेड मीट में वसा और नाइट्रेट बहुत अधिक होता है। फ्रेंच फ्राइज और चाउमीन तेल युक्त या ऑयली खानपान कम करना चाहिए। इसमें न केवल वसा साथ कैलोरी भी खूब होती है।
शोध के अनुसार तला भुना खाने से ताजे सब्ज़ियां खाने की इच्छा कम हो जाती है। अतरू हम सभी फ्रेंच फ्राइजए बर्गर और चाउमीन खाने से परहेज करें। मीठा अनाज मीठा अनाज कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। इसमें खाना पचाने के लिए जरूरी फाइबर की मात्रा कम होती है। बच्चों के खाने में इस तरह जंक फूड न शामिल करें। जिस दाल में 10 ग्राम से कम शर्करा होए उसे चुनना बेहतर उपाय है। फ्रूट स्नैक्स फल सेहत के लिए वरदान से कम नहीं हैं। लोग आंख मूंदकर फलों को खाते हैं। लेकिन फलों से बने व्यापारिक फ्रूट स्नैक्स बच्चों के लिए किलकुल भी अच्छे नहीं होते हैं। जंक फूड के दुष्परिणाम न झेलने पड़ें इसलिए क्या खाना है और क्या नहीं इस पर विचार करना बहुत जरूरी है। चॉकलेट सभी बच्चे चॉकलेट के प्रति आकर्षित रहते हैंए यह उनकी पसंदीदा खानपान की चीज़ों में से एक है। लेकिन ज्यादा चॉकलेट से दांतों में सड़न और कीड़े लगने का खतरा रहता है। इसके साथ ही रक्त में शुगर भी बढ़ती है। इसलिए अपने बच्चों को चॉकलेट कम खाने की सीख दें। चीज़ छोटे बच्चों के आहार चीज़ का प्रयोग सीमित मात्रा में होना चाहिए। इससे शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी हो सकती है। यह किसी जंक फूड से कम नहीं है। इसमें कैल्शियम और प्रोटीन होता है। चूंकि 4.8 साल के बच्चों को अधिकतम ढाई कप मिक्ल प्रोडक्ट्स लेने चाहिएए इससे लिए ज्यादा चीज़ मत देना चाहिए शहद एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए शहद भी जंक फूड की तरह है। शहद में बीजाणु होते हैंए जिसके कारण गला सूखनाए उल्टी होना या सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानी हो सकती है। वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण अनियमित जीवनशैली और फास्टफूड माना जाता है। दुनियाभर में लोग आज वजन बढ़ने की समस्या से परेशान हैं। फास्टफूड्स से वजन तेजी से बढ़ता है ये बात सच है। कुछ लोग फास्टफूड्स के ऐसे आदी हो है। कि वो इसे लाख चाहने के बाद भी नहीं छोड़ पाते हैं। लेकिन अगर इसे बनाने के तरीके में वैज्ञानिन्क तरीके से , बहुत फेरबदल कर दिया जाए तो फास्टफूड्स को भी कम नुकसान दायक बनाया जा सकता है। अगर हम फास्टफूड को हेल्दी तरीके से बनाएं तो इससे हमारा वजन भी कंट्रोल रहेगा और हमें अपना मन भी नहीं मारना पड़ेगा। आइये आपको बताते हैं कि किस तरह आप फास्टफूड्स खाकर भी घटा सकते हैं अपना वजन और रह सकते हैं फिट। किस तरह यमी फूड्स को बनाएंगे हेल्दी देखा जाए तो फास्ट फूड में ऐसी कई चीजें हैंए जिनसे हमें पोषण मिलता है। जैसे मोमोज में सब्जियां भरने के साथ ही इसे स्टीम से तैयार किया जाता है। इसमें मैदे की जगह गेहूं के आटे का इस्तेसमाल किया जा सकता है। इसी तरह चीज पिज्जा की जगह वेजिटेबल पिज्जा खाया जा सकता हैए सैंडविच में कच्ची सब्जियों का इस्तेमाल करके भी इसे हेल्दी व टेस्टी बना सकते हैं आइए जानें कैसे आप फास्ट फूड को हेल्दी बना सकते हैं फ्राइड स्प्राउट्स रोल अंकुरित अनाज या स्प्राउट्स को हरी मिर्चए टमाटरए प्याज के साथ फ्राई कर लंह उसके बाद उसे पतली रोटियों में रोल कर लें और तवे पर थोड़े से घी में सेंक लें। यह आपके लिए काफी फायदेमंद है। इसे आप नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं। यह रोल निश्चित रुप से बाजार में मिलने वाले रोल से ज्यादा पोषक व हेल्दी होगा। वेजिटेबिल पास्ता अगर आप पास्ता के शौकीन हैं तो बाहर से खाने की बजाय घर पर ही इसे बनाएं। पास्ता बनाते समय उसमें कुछ सब्जियों जैसे टमाटरए ब्रोकलीए खीराए बंदगोभी या सलाद के पत्ते भी काटकर मिलाएं। यह पास्ता आपकी सेहत को कभी बिगड़ने नहीं देगा ब्राउन ब्रेड पनीर सैंडविच सैंडविच बनाने के लिए हमेशा ब्राउन ब्रेड का प्रयोग करें। यह बनाने में भी काफी आसान भी है और हेल्दी भी है। पनीर को ग्रिल करके उसपर चाट मसाला छिड़क दें। इसे ब्राउन ब्रेड में लगाकर इसका सैंडविच तैयार कर लें मेमोरी के लिए फायदेमंद है फास्ट फूड हॉलैंड की एक यूनिवर्सिटी ओल्टो में किए गए शोध में सामने आया है कि फास्ट फूड ब्रेन के लिए भी अच्छा है। रिसर्च टीम के मुताबिक एफ्राइड चीजों में पाए जाने वाले केमिकल्स दिमाग को चुस्त रखते हैं। शोध के मुताबिक ट्रांस फैट यानी अनसेचुरेटेड फूड छोड़कर आप फास्ट फूड में कुछ भी ट्राई कर सकते हैं। ग्रील्ड चिकन सैंडविच ए बर्गर ए नूडल्स और आलू से तैयार फ्राइड चीजें ले सकते हैं लेकिन वजन कंट्रोल करने के लिए थोड़ा समय एक्सरसाइज के लिए भी देना होगा। ये बातें याद रखें सोडा व स्वीट ड्रिंक्स पीने से बचें। लीनर मीट्स और सब्जियों से तैयार चीजें अधिक खाएं। ग्रिल्ड चिकन सैंडविच खाएं लेकिन बिना मयोनीज के सॉस कम से कम खाएंए रिफाइंड ऑयल का प्रयोग करें।
हिमालय की विविध भूस्थलाकृतिक विशेषताओं के कारण यहंा वानस्पतिक संसाधनों का विशाल एवं स्थायी भंडार चिर काल से उपलब्ध रहा है। हिमालयी क्षेत्र ईश्वर प्रदत्त अनेक औषधीय वनस्पतियों का खजाना है यहां मिलने वाली विशिष्ट वनस्पतियों का उपयोग लोग सदियों से पारंपरिक व्यंजनों में करते आ रहे हैं।इनमे से अधिकांश वनस्पतियां खाली बेकार पड़े क्षेत्रों में तथा जंगलों में जानकारी के अभाव में खर पतवार के रूप में मानी जाती रही है। लेखक द्वारा पूर्व में लिखे गये लेखों क्रम में वर्तमान, युवाओं में प्रचालित फास्ट फूड मैगी, चाऊमीन, तेल से भुने चीजो का अत्याधिक सेवन करने के कारण विभिन्न रोगो के ग्रस्ति होना सामान्यत; देख जा सकता है। गोपी चन्द्र से प्ररेणा कर करने राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर में आने कौशल विकास के रूप आने वालो का उच्च मागर्दशक के रूप में कार्य की आवश्यकता है।











