रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी
रुद्रप्रयाग- जनपद रुद्रप्रयाग मुख्यालय स्थित मधुर मिलन केंद्र मे कलश लोक संस्कृति संस्था द्वारा रुद्रप्रयाग नगर के आधुनिक निर्माता श्री 108 स्वामी सचिदानन्द महाराज एंव ज्योतिविर्द प०भाष्कारांनद बेंजावाल की पुण्य स्मृति मे भव्य समान समारोह का आयोजन करते हुए उन्हें याद किया गया.कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि विधायक भरत सिंह चौधरी,महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आशुतोष त्रिपाठी,कलश संस्था के संयोजक ओमप्रकाश सेमवाल,चन्द्र शेखर पुरोहित,डीआईजी केशव डोभाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम किया,वहीं स्कूली छात्राओ द्वारा सुन्दर गीतो की प्रस्तुति भी दी गई। आपको बता दे कि श्री 108 स्वामी सचिदानन्द जन्म से नेत्र दृष्टि विहीन होने के बाद भी उन्होंने समाज की बहुत बडी सेवा की,रुद्रप्रयाग नगर के विकास के लिए उन्होंने स्वास्थ्य,शिक्षा जैसे बड़े महत्वपूर्ण कार्य किये,उन्हीं के योगदान से आज रुद्रप्रयाग नगर की पहचान है इसीलिए उन्हें रुद्रप्रयाग नगर का आधुनिक निर्माता भी कहा जाता है।
मुख्य अतिथि विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि श्री स्वामी सचिदानन्द जन्म से नेत्र दृष्टि से विहीन थे,उसके बाद भी उन्होंने समाज के लिए बड़ा योगदान दिया,रुद्रप्रयाग की पहचान मे उनका सबसे बड़ा योगदान रहा,हम उन्हें नमन करते हैं.ओर उनके पद चिन्हो पर चलने की प्रेरणा लेते है.उन्होंने कलश संस्था से आग्रह करते हुए कहा कि अगले वर्ष इस कार्यक्रम को ओर भी भव्य बनाये जाने की कोशिश की जाए।वहीं कलश सामाजिक एंव संकृति संस्था के संस्थापक व संयोजक ओमप्रकाश सेमवाल ने कहा कि श्री 108 स्वामी सचिदानन्द महाराज की स्मृति समारोह को कलश संस्था पिछले 17 सालों से आयोजित करती आ रही है,श्री स्वामी जी ने रुद्रप्रयाग नगर के आधुनिक निर्माण में एतिहासिक पहल की थी,आज उनकी पुण्यतिथि पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने का हमें सौभाग्य मिला। उत्तराखंड की प्रसिद्ध कथावाचक राधिका जोशी उत्तराखंडी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है यहाँ से हम लोग बाहर पलायन करते हुए बाहरी संस्कृति को अपना रहे है,विशेष कर युवा पीढ़ी से निवेदन है कि अपने देवभूमि की संस्कृति एंव शुद्ध बातावरण को पहिचाने,इसे जीवित रखने मे योगदान दे। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिवगत सचिदानन्द शास्त्री,दिवंगत नवीन सेमवाल,आंन्दमनी,उम्मेद सिंह रौथाण,ललिता प्रसाद पुरोहित,परमवीर कुंवर,किशन कठैत,मदन भारती,कथा वाचक राधिका जोशी केदार उत्राखंडी,आरती गुसाईं,प्रशांत बिष्ट,सीमा गुसाई,को ज्योतिविर्द पं भाष्कारानन्द बेजवाल,स्मृति समान से सम्मानित किया गया।
जगदम्बा चमोला ने स्वामी सचिदानन्द महाराज के जीवन पर लिखी कविता का गायन किया। इस मौके पर शिक्षाविद् चन्द्र शेखर पुरोहित,डाँ आशुतोष त्रिपाठी,सेवानिवृत डीआईजी केशव डोभाल,सहित अन्य लोगों ने श्री स्वामी जी के जीवन पर अपनी बातो को साझा किया। इस अवसर पर राजकीय अटल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य एस एस भदोरिया,नेहरू केंद्र के युवा अधिकारी राहुल डबराल,विपिन सेमवाल,सेवायोजन विभाग के किशन रावत,सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल भारती,सहित स्कूली छात्र-छात्राएं, समाज सेवी लोग मौजूद रहे।