रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी
रुद्रप्रयाग- विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योत्रिलिंग श्री केदारनाथ धाम में 11,900 फीट पर केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। केदारनाथ धाम में मेरी लाईफ फॉर इन्वायरमैंट हेतु वृक्षारोपण,स्वच्छता अभियान, सेल्फी फार इन्वायरमैंट हस्ताक्षर अभियान सहित 500 पर्यावरण प्रेमियों द्वारा शपथ ग्रहण अभियान भी चलाया गया।आपको बता दें कि आज विश्व पर्यावरण दिवस पर श्री केदारनाथ धाम में मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग,डीएफओ अभिमन्यु,एंव तीर्थ पुरोहितों द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु ब्रह्मकमल पौधे रोपण का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर धाम में मौजूद श्रद्धालुओं के साथ पर्यावरण बचाने की शपथ दिलाई गई।डीएफओ रुद्रप्रयाग अभिमन्यु ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस की 52वीं वर्षगांठ पर श्री केदारनाथ धाम परिसर में 52 ब्रह्म कमल के पौधो का रोपण किया गया।साथ ही धाम के विभिन्न क्षेत्रों में 2 हजार अन्य प्रजाति के वृक्षों का भी रोपण किया गया।श्री केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा हिन्दु धर्म में ब्रह्म कमल फूल को ब्रहम देव का रूप माना जाता है जिसे लोगों के द्वारा भगवान शिव को भी अर्पित किया जाता है।उन्होंने कहा कि सँसार में हर प्राणी के लिए पर्यावरण की सुरक्षा करना अनिवार्य है, भगवान के दिव्य धाम से पर्यावरण संरक्षण का यह संदेश साक्षात भगवान के दर्शन जैसा है,उन्होंने सभी को पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं भी दी।डीएफओ अभिमन्यु ने बताया कि भविष्य में बड़े स्तर पर ब्रह्म कमल को केदारनाथ धाम के आसपास रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है।वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत श्री केदारनाथ धाम में ब्रह्म कमल,कुटकी,बज्रदन्ती, पाषाण भेद,जड़ी-बूटी पौधों का रोपण एवं सोनप्रयाग से रामबाड़ा की बीच यात्रा मार्ग के किनारे खाली स्थानों पर देवदार,बांज, बुरांश, मोरू, पांगर, अंगू,पुतली, खर्सू,रेक्चा,कांचुला,पापड़ी थुनेर भोजपत्र प्रजाति की कुल 2000 पौध का रोपण किया गया। साथ ही वन विभाग के द्वारा केदारनाथ,भीमबली,जंगलचट्टी, गौरीकुण्ड एवं सोनप्रयाग में सफाई अभियान चलाया गया। जिसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों के द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
इस अवसर पर श्री केदारनाथ धाम में 500 से अधिक प्रकृति प्रेमियों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ भी ली गई।जिसके उपरान्त धाम की पवित्रता व पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु हस्ताक्षर अभियान में लोगों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। उन्होंने बताया कि यह अभियान लगातार धाम में चलता रहेगा। इस अवसर पर वन विभाग के अधिकारी,कर्मचारी,मन्दिर समिति के सदस्य,तीर्थ पुरोहित,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।