01- श्रीलक्ष्मी- नृसिंह महायज्ञ मे मौजूद श्रद्धालु।
02– मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रियाएं संपादित करते महामण्डलेश्वर अभिषेक चैतन्य गिरी जी महाराज।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भगवान नृंिसह के चरणों मे आयोजित लक्ष्मी नृसिंह महायज्ञ शुरू होने से बदरीनाथ यात्रा मार्ग के मुख्य पडाव जोशीमठ में रौनक बढी। बहुप्रतीक्षित 31कुंडीय महायज्ञ शुरू। भगवान नृंिसंह व बदरीनारायण की मूर्ति यज्ञशाला मे प्रतिस्थापित की गई।
श्री बदरीनाथ यात्रा के मुख्य पडाव जोशीमठ के पौराणिक नृंिसह मंदिर-मठांगण मे पाॅच दिवसीय ’’अष्टमुखागण्डभेरूण’’ श्रीलक्ष्मी-नृंिसहं महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ हो गया है। प्रात पूजन व संकल्प के बाद भगवान नृंिसहं व बदरीनारायण की मूर्तियांे को पॅचाधिवास की प्रक्रिया के उपरांत निश्चित स्थान पर प्रतिस्थापित कर श्रंृगार किया गया। मुख्य पुजारी आचार्य सत्यनारायण जी एंव महामण्डलेश्वर अभिषेक चैतन्य गिरी जी महाराज ने भगवान के भोग व आरती की धार्मिक प्रक्रिया पूर्ण की।
नृंिसंह मंदिर-मठागण्ंा मे आयोजित इस विशाल धार्मिक अनुष्ठान के प्रारंभ होते ही नृसिंह मंदिर मे यात्रियों व स्थानीय श्रद्धालुओ की संख्या मे भी बढोत्तरी होने लगी। बदरीनाथ जाने वाले तीर्थयात्री भी वाहनो को रोककर यज्ञ व भगवान नृंिसह के दर्शनो के लिए मठांगण पंहुच रहे है। स्थानीय देव पुजाई समिति, महिला कीर्तन मंडली व महिला मंगल दल जोशीमठ तथा बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा इस महायज्ञ की ब्यवस्थाओ मे भरपूर सहयोग दिया जा रहा है।
महायज्ञ के पहले दिवस दोपहर तक पंचांगपूजन, गणपति पूजन एवं संकल्प के बाद मूर्ति प्रांण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम संपादित हुए। और अपरान्ह चार बजे से यज्ञ प्रारंभ हुए। नृंसिंह मंदिर के विशाल प्रांगण मे 31यज्ञ कुंड बनाए गए है। इसके अलावा मुख्य आचार्य एव महामण्डेश्वर महाराज के लिए अलग से मंच निर्मित किया गया है। जहाॅ से यज्ञ की क्रियाओं का संपादन करेगे। यज्ञ मे तिरूपति से जोशीमठ पंहुचे तीस वैदिक ब्राहमण सिरकत कर रहे है। इस महायज्ञ अनुष्ठान मे सम्मलित होने के लिए देश-विदेश से सैकडो नृंिसंह भक्त मठांगण पंहुच गए है।
महायज्ञ आयोजन के सहभागी सन्यांस आश्रम ऋषिकेश के महामण्डलेश्वर अभिषेक चैतन्य गिरी जी महाराज के अनुसार उत्तर भारत के सिद्धपीठ भगवान नृंिसह के श्री चरणों मे महायज्ञ के आयोजन से देश-विदेश से यहाॅ पहंुचे अनुयायी बेहर सुखद अनुभव कर रहे है। और इस यज्ञ मे देव पुजाई समिति एंव बदरी-केदार मंदिर समिति का भी भी आयोजन समिति को भरपूर सहयोग मिल रहा है।
महायज्ञ के मुख्य यजमान मेमफिश-यूएसएस के डा0 प्रकाश डुगिराला है। यज्ञ मे पहले दिन देव पुजाई समिति की ओर से सिद्ध पीठ नवदुर्गा के पश्वा भोला ंिसंह नामड, नंदा देवी के पश्वा प्रताप ंिसंह परमार, देव पुजाई समिति के कोषाध्यक्ष विजय डिमरी, सचिव उमेश सती, के अलावा सरजीत सिंह राणा, पालिका सभासद गौरव नंबूरी, अजय रतूडी सहित महिला मंगल दलो व कीर्तन मंडली की महिलाएं मौजूद रही ।
