ब्यासी बांध से पूर्ण रुप से प्रभावित एकमात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी के ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन 103वें दिन भी जारी रहा।
लोहारी के ग्रामीणों द्वारा प्रदेश सरकार की दोहरी नीति के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की गई।
लोहारी के ग्रामीणों ने कहा कि राज्य की वर्तमान सरकार ग्रामीणों को साढे चार वर्षों से छलने तथा बरगलाने का कार्य कर रही हैएअपने संवैधानिक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए ग्रामीणों को लगातार 103 दिनों से आंदोलन के रुप में लडाई लडनी पड रही हैएप्रदेश सरकार तथा शासन.प्रशासन मूक दर्शक बनकर बैठा हैएप्रदेश हित तथा देशहित के लिए अपना पुस्तैनी गांव तथा सांस्कृतिक धरोहर को न्यौछावर करने वाले ग्रामीणों साथ अपनायी जाने वाली दोहरी नीति बेहद खेदजनक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है।
लोहारी के ग्रामीणों की मांग है कि जब तक राज्य सरकार 3 जनवरी 2017 के कैबिनेट के प्रस्ताव को पुनः कैबिनेट में लाकर बहाल नहीं कर देती तक आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
धरना प्रदर्शन में सरदार तोमर, मंगल सिंह, दिनेश चौहान, विजय चौहान, टीकम सिंह, स्वराज चौहान, सुरेंद्र तोमर, संजय चौहान, रणजोर चौहान, राजपाल, राजेन्द्र तोमर, महेश तोमर, गजेंद्र चौहान, कल्लू, श्रीमति सावित्री देवी, उषा देवी, चन्दा देवी, गुड्डी तोमर, शर्मिला तोमर, रोशनी देवी, सुचिता तोमर खा चौहान, सुनीता चौहान, प्रमिला तोमर, अनिता देवी, पूनम तोमर, रेखा देवी, नथो देवी, पिंकी, चिंकी सहयोग रहा।