गैरसैंण। बुधवार को रामलीला मैदान में राजधानी गैरसैंण संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा पूर्व निर्धारित महापंचायत में आंदोलनकारियों की संख्या न्यून होने के कारण महापंचायत एक बैठक में परिवर्तित हो गई जिसकी अध्यक्षता राजधानी संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने की।
बैठक में 15 दिसंबर को राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा रामलीला मैदान में एकत्र होकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लेते हुए प्रस्ताव पारित किया गया है। और राजधानी गैरसैंण के मुद्दे पर जेल जा चुके 36 आंदोलनकारियों को कर्मयोगी महापुरूष शोभन सिंह जीना दातव्य न्यास द्वारा प्रदत्त प्रशस्ति पत्र अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट द्वारा वितरित किये गये। बैठक समाप्ति के बाद संघर्ष समिति के लोगों ने शीघ्र गैरसैंण को राजधानी घोषित करने और विगत वर्ष भराड़ीसैंण में विधान सभा सत्र के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा राजधानी की मांग को ले कर किये गये प्रदर्शन के कारण उन पर संगीन धारनाओं में लगे मुकदमे को सरकार द्वारा वापस लेने की मांग को ले कर एक ज्ञापन तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्य मंत्री को प्रेषित किया। अवकाश का दिन होने के कारण आंदोलनकारियों ने अधिकारी आवास में जाकर ना0 तहसीलदार राकेेश पल्लव को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान जिला अल्मोडा के चौखुटिया से पूरण मेहरा, रामगंगा सेवा समिति के संयोजक लीलाधर मठपाल तथा भिकियसैंण से राकेश नाथ, मोहन राम, अर्जुन सिंह, श्यात सिंह, दलीप डंगवाल और लक्ष्मण खत्री, जसवंत बिष्ट, कमला पंवार, वैशाली देवी, मंजू बिष्ट, काशी देवी, लक्ष्मी देवी, हंसी देवी अादि मौजूद रहे।