फोटो- गहरी खाई से शवों को निकालते एनडीआरएफ व आईटीबीपी के जवान ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। सीमंात क्षेत्र मलारी में हुए कार हादसे में लापता हुए चार युवकों के शव बरामद कर लिए गए हैं। आईटीबीपी, एनडीआरएफ व अन्य एजेंसियों ने कडी मशक्कत के बाद चारो युवकों को गहरी खाई से निकालकर परिजनों के सुपुर्द किया। सभी मृतकों का पोस्टमार्टम मलारी में किया गया।
सीमांत क्षेत्र मलारी में रविबार देर रात्रि को हुई कार दुर्घटना में मारे गए पाॅचों शव बरामद कर लिए गए हैं। बीती सायं को एक शव ढॅूड लिया गया था। जबकि शेष चार शवो को भी ढॅूड कर खाई से निकाल लिया गया है। चारो शवों को ढॅूडने के लिए मंगलबार सुबह से ही आईटीबीपी की प्रथम वाहिनी, आठवीं वाहिनी व एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुचकर रैस्क्यू आपरेशन शुरू किया और दोपहर तक सभी चारों शवांे का गहरी खाई से निकाल लिया गया। प्रशासन की ओर से तहसीलदार चंद्रशेखर बशिष्ठ पूरी टीम के साथ मौके पर मौजूद थे।
सभी शवों का पोस्टमार्टम मौके पर ही किया जाए इसके लिए बीती सायं को ही स्थानीय प्रशासन द्वारा जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को फैक्स भेज दिया था जिसके क्रम में जिलाधिकारी के निर्देश पर सीएचसी जोशीमठ के दो चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट व दो सफाई नायकों ने मलारी पंहुचकर सभी शवों का पोस्टमार्टम किया। पुलिस द्वारा सभी शवो का पंचनामा भरकर शव परिजनो के सुपुर्द किए गए। मंगलवार को ढॅूडे गए चारो शव वीरेन्द्र ंिसह-26वर्ष, कुशाल सिंह- 35,कुशाल सिंह पुत्र नारायण सिह-29वर्ष, तथा देवेन्द्र सिह-29वर्ष हैं। जबकि राकेश सिंह-23वर्ष का शव बीती सांय को ही ढॅूड लिया गया था।
एसडीएम वैभव गुप्ता के अनुसार तीन शव दोपहर में मिल गए थे, लेकिन एक शव लोकेट तो हुआ लेकिन बेहद खतरनाक खाई में था जिसे निकालने में आईटीबीपी व एनडीआरएफ को काफी मशक्कत करनी पडी।
23 वर्ष से 35वर्ष के पाॅच युवावों की दर्दनाक मौत के बाद पूरी नीती घाटी में मातम पसरा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतको के रिश्तेदार भी घाटी मे पंहुच गए है। रैस्क्यू आपरेशन मे स्थानीय ग्रामीणो ने भी पूरा सहयोग किया। देश के अंतिम गाॅव नीती के मृतक देवेन्द्र सिह -32वर्ष की इसी अप्रैल मे विवाह हुआ था। उनके घर व ससुराल मे मातम छाया हुआ है। पूर्व प्रमुख ठाकुर सिह राणा व विधायक प्रनिनिधि लक्ष्मण फरकिया, छात्र नेता लक्ष्मण बुटोला सहित अनेक जनप्रतिनिधियो ने भी गाॅवों मे पंहुचकर मृतकों के परिजनो को ढाॅढस बधाॅया।
आईटीबीपी प्रथम वाहिनी, पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान आईटीबीपी औली, एनडीआरएफ ने बहुत ही खतरनाक खाई से शवों को निकाला। आईटीबीपी प्रथम वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी अरुण रौथाण के अनुसार आईटीबीपी के पास रेस्क्यू से संबंधित सभी इक्यूपमेंट जिससे हिमवीरों को कठिन परिस्थितियों में भी रेस्क्यू करने में महारथ हासिल है।