प्रकाश कपरूवाण
श्री बदरीनाथ धाम, 9 जून
श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति की सजगता तथा सख्त रवैये पर अमल करते हुए तीर्थयात्रियों को पैसे लेकर दर्शन कराने के आरोप में अपने कर्मचारी पर तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति कर दी है।
तथा तीर्थयात्रियों से अपील की जा रही है ऐसे लोगों के झांसे में न आयें जो पैसा लेकर भगवान बदरीविशाल के दर्शन कराने के नाम पर तीर्थयात्रियों को ठग रहे है।
उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं में व्यापक सुधार के दिशा-निर्देश दिये हुए है तथा इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश है।
जैसे जैसे श्री बदरीनाथ धाम यात्रा में तेजी आयी वैसे ही पैसे लेकर भगवान बदरीविशाल के दर्शन कराने वाले दलाल सक्रिय हो गये है जिससे तीर्थयात्रियों में गलत संदेश जा रहा है।
इन्हीं घटनाओं पर नजर बनाये श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने अपने ही कर्मचारी को दर्शन कराने के नाम पर पैसे लेते रंगे हाथो धर दबोचा है।
घटना बृहस्पतिवार की है जब मंदिर समिति के बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी के कार्यालय में लगी सीसीटीवी में मंदिर समिति के सफाई हेड वीरू लाल छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों के पैसों का लेन-देन करते स्पष्ट दिख गया तो मंदिर समिति के अवर अभियंता गिरीश रावत ने इस वाकये की जानकारी प्रभारी अधिकारी को दी । मंदिर समिति अधिकारियो ने बिना देर किये तीर्थयात्रियों को बुलाया तथा सफाई हेड वीरू लाल से आमने-सामने बात करायी।
तीर्थयात्रियों ने लिखित आरोप लगाया कि उक्त वीरूलाल द्वारा उनसे दर्शन करने के लिए 7000 ( सात हजार रूपये ) नगद लिए है जिस पर वीरू लाल मुकर गया लेकिन सख्ती होते देख वीरू लाल ने सभी के सामने 7000 सात हजार रूपये छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के तीर्थयात्री राजीव भौंडेकर को वापस कर दिये।
उसके बाद तीर्थयात्री ने पूरी घटना की शिकायत लिखित रूप से मंदिर समिति को दी है।
इस घटना के बाद पूना महाराष्ट्र निवासी सुनील अग्रवाल ने भी लिखित रूप से प्रभारी अधिकारी को ऐसी ही घटना की लिखित जानकारी दी।
बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी ने बताया कि घटना का संज्ञान लेकर स्वच्छक हेड बीरू लाल पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति कर उच्च स्तर पर भेज दी गयी है।
ऐसी आशंका है कि अन्य लोग तथा मंदिर कर्मी ऐसी घटनाओं में शामिल हो सकते है। जो भी इस तरह तीर्थयात्रियों को गुमराह करेगा उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।
इस घटना के बाद तीर्थयात्री परिवार ने स्वेच्छा से सात हजार की धनराशि मंदिर को दान स्वरूप भेंटकर रसीद प्राप्त की तथा भगवान बदरीविशाल के दर्शनकर प्रसन्नता जताई तथा मंदिर समिति की व्यवस्थाओं तथा सजगता की सराहना भी की।