थराली से हरेंद्र बिष्ट।
शनिवार को वेदनी बुग्याल में सप्तमि की जात संपन्न होने के दूसरे दिन आज नंदा भगवती का उत्सव डोला अपने ननीहाल देवराड़ा थराली के लिए आगे बढ़ने के तहत वापसी के दूसरे पड़ाव ल्वाणी देवाल गांव पहुंच गई है। इस दौरान पूरे यात्रा मार्ग पर भगवती के भक्तों ने पूजा.अर्चना कर मनौतियां मांगी।
वापसी के पहले पड़ाव बांक से आज प्रातःकाल नंदा का उत्सव डोला लोहाजंग, मंदोली होते हुए दोपहर के भोजन पर बगड़ीगाड़ हरनी गांव पहुंची। इसके बाद यात्रा देर सांय रात्रि विश्राम के लिए ल्वाणी गांव पहुंच गई है। इस दौरान पूरे यात्रा मार्ग पर स्थानी गांवों के साथ ही आसपास के गांवों के देवी भक्तों ने पूजा.अर्चना कर मनौतियां मांगी।
इस दौरान यात्रा मार्ग पर हरीकृष्ण पांडे, मदन बिष्ट, भगत बिष्ट, प्रताप बिष्ट, लक्ष्मण सिंह, प्रधुमन पुजारी, त्रिलोक राणा, खड़क बिष्ट, सुरेंद्र जेठा, प्रधान ल्वाणी प्रधुमन बिष्ट आदि डोली ले जाने में सक्रिय भूमिका निभाई।