उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और पर्यावरणीय चेतना के प्रतीक हरेला पर्व के पावन अवसर पर नमामि गंगे अभियान के अंतर्गत संत नारायण स्वामी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नारायण नगर में एक वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का सफल नेतृत्व महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर प्रेमलता पंत के कुशल दिशा-निर्देशन में हुआ। उनकी पर्यावरणीय संवेदनशीलता और प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता ने इस आयोजन को एक जन-जागरूकता अभियान का स्वरूप प्रदान किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में सैकड़ों पौधों का रोपण किया गया, जिनमें फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधे प्रमुख रूप से सम्मिलित थे। इस पहल का उद्देश्य केवल परिसर को हरित बनाना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों एवं समाज में प्राकृतिक संतुलन, पारिस्थितिकी संरक्षण और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना भी रहा।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य डॉ. पंकज भट्ट, समस्त शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस सामूहिक सहभागिता ने इस आयोजन को केवल एक औपचारिक कार्यक्रम तक सीमित नहीं रहने दिया, बल्कि इसे एक सशक्त पर्यावरणीय जन-अभियान में परिवर्तित कर दिया।
प्राचार्या प्रो. पंत ने इस अवसर पर कहा, “हरेला पर्व केवल एक पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति के साथ हमारे जीवंत संबंध का उत्सव है। वृक्षारोपण के माध्यम से हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित, सुरक्षित और संतुलित भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।”
कार्यक्रम का समापन ‘हरित संकल्प’ के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण हेतु सतत प्रयास करने की शपथ ली।