रिपोर्ट:सत्यपाल नेगी
रूद्रप्रयाग। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स हर्षवर्धनी सुमन की उपस्थिति में “पुलिस स्मृति दिवस” के अवसर पर आज 21 अक्टूबर,2023 को रिजर्व पुलिस रतूड़ा के शहीद स्मृति स्थल पर राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुये जवानों की स्मृति मे श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।जनपद पुलिस परिवार द्वारा इस अवसर पर राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हुये पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को याद कर उनको शत्-शत् नमन किया गया।गत वर्ष 01 सितंबर 2022 से इस वर्ष 31अगस्त 2023 तक भारत देश में अब तक कुल 189 पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों के अधिकारी/कर्मचारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं।जिसमे हमारे राज्य से उत्तराखण्ड पुलिस विभाग में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जवानों के नाम एवं उनकी वीरता को पढ़कर सुनाया गया।
उत्तराखण्ड पुलिस के निम्न जवान कर्तव्य की वेदी पर अपना सर्वस्व न्यौछावर किये हुए हैं-
1. उप निरीक्षक नागरिक पुलिस प्रदीप सिंह रावत,जनपद चमोली
2. आरक्षी 573 ना.पु.चमन सिंह तोमर,जनपद उत्तरकाशी
3. आरक्षी 153 ना.पु.जवाहर सिंह,जनपद हरिद्वार
4. आरक्षी 639 ना.पु.लक्ष्मण सिंह जनपद उधम सिंह नगर
तदोपरान्त जनपद पुलिस कार्मिकों द्वारा पुलिस शहीद स्मारक पर वीरगति को प्राप्त हुये जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी।
“पुलिस स्मृति दिवस का इतिहास”
21अक्टूबर 1959 का दिन था, लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF(केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की पेट्रोलिंग पार्टी के तीन ऑफिसर्स को भारत-तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने अपनी हिरासत में ले लिया,अगले दिन जब उनकी तलाश में सीआरपीएफ की टीमें गई तो उन पर पहले से घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन उस अचानक हुए हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए तथा सात अन्य जवान घायल हो गए,उसी दिन से उन 10 वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष संपूर्ण भारतवर्ष में अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धान्जलि अर्पित करने हेतु 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।