रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। विकास खंड थराली के अंतर्गत रतगांव के ब्रहमताल बुग्याल में भेड़ बकरियों की मौत सिलसिला डेढ़ सप्ताह बाद भी नही थमा हैं। हालांकि पशुपालन विभाग की चिकित्सकीय टीम के द्वारा दो दिनो तक उनके उपचार के बाद भेड़ बकरियों की मृत्यु दर कुछ कम जरूर हुई हैं। इसी माह की 19 तारीख से अचानक से ब्रहमताल के बुग्यालों में गर्मियों के जुगान के लिए रतगांव एवं आसपास के अन्य गांवों की भेड़ बकरियां एक के बाद एक मृत्यु होने लगी थी। अबतक करीब 210 से अधिक भेड़ बकरियों की मौत हो चुकी हैं, और मौत का सिलसिला अब भी जारी हैं। इस बुग्याल में करीब 4 हजार से अधिक भेड़, बकरियां चुगान को लेजाई गई हैं। अचानक बकरियों की मौत की सूचना पर थराली से पशुपालन विभाग की एक चिकित्सा टीम ब्रहमताल गई और उसने वहां पर कैंप कर बीमार बकरियों का उपचार किया। चिकित्सकों के अनुसार निमुनियां के कारण इन भेड़ बकरियों की मौत हुई हैं। चिकित्सा टीम के द्वारा उपचार के बाद इनके मौत का सिलसिला कुछ थम गया हैं किंतु अब भी मौत का सिलसिला पूरी तरह थमा नही है। बिमारी के कारण बड़े स्तर पर भेड़ बकरियों की मौत के बाद शुक्रवार को रतगांव के ग्राम प्रधान एमएस फर्स्वाण के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने थराली में उपजिलाधिकारी अबरार अहमद से भेंट कर उन्हें जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि बड़ी तादाद में भेड़ बकरियों की मौत हो जाने के कारण पशुपालकों में भारी हताशा एवं निराशा व्याप्त हैं।इस हताशा एवं निराशा से उबारने के लिए पीड़ित पशुपालकों को उचित मुआवजा देने का अनुरोध किया है। थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि ब्रहमताल के बुग्यालों में मरी भेड़ बकरियों के पालको को क्या सहायता दी जा सकती हैं शासनादेश के अनुसार अधिकत्म सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। कहा कि अगर बीमारी पर नियंत्रण नही पाया जाता हैं तो पुनः पशुपालन विभाग की चिकित्सा टीम को ब्रहमताल क्षेत्र में भेजा जाएगा।