रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग: जनपद रुद्रप्रयाग में आजकल अलग अलग जगहों पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। आपको बताते चलें कि रुद्रप्रयाग के तल्लानागपुर क्षेत्र के क्रोंच पर्वत चोटी पर विराजमान भगवान कार्तिक स्वामी के मन्दिर प्रांगण में 11 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान महायज्ञ का आयोजन किया चल रहा है।
11 दिवसीय स्कंध पुराण कथा के दसवें दिन बीहड़ चट्टानों के बीच से 101 जल कलशों के साथ से भव्य यात्रा निकाली गई। जहाँ हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया। वही कल शनिवार को महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन होगा।
तथा भगवान कार्तिक स्वामी का प्रतीक चिह्न स्वारी ग्वांस गांव पहुंचकर जगत कल्याण के लिए तपस्यारत होगें। हवन कुण्ड में अनेक प्रकार की पूजा सामग्रियों से आहूतियां डालकर विश्व कल्याण व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की।सैकड़ों भक्तों के बीहड़ चट्टानों के मध्य जलकुण्ड के निकट कुई नामक स्थान पर पहुंचने पर विद्वान आचार्यों ने जलकुण्ड के निकट पूजा हवन कर 101 जल कलशों की विशेष पूजा की। इस दौरान भव्य जल कलश यात्रा सैकड़ों भक्तों की जयकारों के साथ कार्तिक स्वामी तीर्थ के लिए रवाना हुई।जल कलश यात्रा के कार्तिक स्वामी तीर्थ पहुंचने पर तीर्थ में पूर्व से मौजूद हजारों भक्तों ने पुष्प अक्षत्रों से जल कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।
जल कलश यात्रा ने भगवान कार्तिक मन्दिर की परिक्रमा करने के बाद प्रधान जल कलश से भगवान कार्तिक स्वामी व व्यास पीठ का अभिषेक किया गया। तथा शेष जल कलशों का जल भक्तों को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया। जल कलश यात्रा के पावन अवसर पर मुख्य कथावाचक वासुदेव थपलियाल द्वारा जल कलश यात्रा की महत्ता का विस्तृत से वर्णन किया गया। वहीं मंदिर समिति अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह नेगी ने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान से क्षेत्र में समृद्धि व खुशहाली बनी रहती है।कहा कि इन ग्यारह दिनों में हजारों की संख्या में श्रद्घालु पहुंचे।जबकि कलश यात्रा में 10 हजार से अधिक भक्त कार्तिक स्वामी पहुंचे। इस दौरान राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट,उपाध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी,जिला पंचायत डीडीसी गणेश तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।