डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। स्प्रिंग एंड रिवर रेजुविनेशन प्राधिकरण (सारा) देहरादून की ओर से जल संरक्षण अभियान-2024 के तहत कालूवाला में जल संरक्षण और संवर्धन के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संकटग्रस्त प्रदेश की 500 पेयजल योजनाएं और 200 जलधाराएं पुनर्जीवित की जाएंगी। कहा कि पहाड़ का पानी और जवानी यहीं काम आएं इसके प्रयास किए जा रहे हैं। यह वक्तव्य उन्होंने दून में जौलीग्रांट-कालूवाला सिंचाई नहर के हेड के लोकार्पण के दौरान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण का उल्लेख यजुर्वेद में भी मिलता है। जल संरक्षण अभियान में कई विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है। इसमें जनभागिता आवश्यक है।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुवोध उनियाल, क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला ने नाबार्ड के तहत 3.80 करोड़ की लागत से तैयार जौलीग्रांट न कालूवाला सिंचाई नहर के हेड और जल संरक्षण और संवर्धन योजना का शुभारंभ किया। इस योजना से कालूवाला, कोबड़ोवाला, बारूवाला, भंगनाला और जौलीग्रांट के लगभग 6,000 किसानों के हुए खेतों को सिंचाई का पानी मिलेगा। सीएम ने जल संरक्षण अभियान-2024 की मार्गदर्शिका का विमोचन कर बरगद का पौधा भी रोपा। विधायक बृजभूषण गैरोला ने उनके सामने कई समस्याएं रखीं। इस पर मुख्यमंत्री ने डोईवाला डिग्री कॉलेज में एमएससी और एमकॉम की कक्षाएं जल्द शुरू कराने, कालूसिद्ध मंदिर के पास पर्यटन विभाग से झील का निर्माण और सेन चौकी से कालुसिद्ध मंदिर तक मार्ग निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली, डॉ. आर राजेश कुमार, ग्राम प्रधान पंकज रावत, भाजपा प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली, दरपान बोरा, जेई आशीष यादव, ईश्वर, विक्रम नेगी, नीलम नेगी, संदीप नेगी, संतोषी बहुगुणा, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, आदि रहे।