रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी/रूद्रप्रयाग
रूद्रप्रयाग: स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को जनपद मुख्यालय में संचालित सभी निजी पैथोलॉजी लैबों का औचक निरीक्षण किया, निरीक्षण में एक पैथोलॉजी लैब का पंजीकरण समाप्त पाए जाने व एक पैथोलॉजी लैब के टेक्नीशियन का मेडिकल काउंसिल लैब टेक्नीशियन का पंजीकरण न पाए जाने पर संबंधित लैब के संचालक को नोटिस जारी किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एचसीएस मर्तोलिया के निर्देश पर क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 आशुतोष कुमार की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय टीम द्वारा नगर क्षेत्र में 06 लैब का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी लैबों से पंजीकरण प्रमाणपत्र, पैथोलॉजिस्ट, लैब टेक्नीशियन और ब्लड कलेक्शन आदि की जानकारी ली गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एचसीएस मर्तोलिया ने बताया कि निरीक्षण टीम को एक पैथोलॉजी लैब का क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट के अंतर्गत पंजीकरण समाप्त होने का मामला सामने आने पर संबंधित लैब संचालक को नोटिस भेजा जा रहा है। वहीं एक अन्य लैब में वहां तैनात टैक्नीशियन का मेडिकल काउंसिल लैब टैक्नीशियन का पंजीकरण प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं पाया गया,उसे भी नोटिस जारी किया जा रहा है। निरीक्षण में बॉयोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन के तहत 4 लैब में मानको के तहत बॉयोमेडिकल वेस्ट प्रबधन नहीं पाने पर तत्काल सुधार हेतु उन्हें कड़ी चेतावनी दी गई। निरीक्षण टीम द्वारा समस्त पैथोलॉजी लैब संचालकों को लैबों को जांच एवं उनके नियत दरों की सूची अपने संस्थान में चस्पा करने के निर्देश दिए है।साथ ही अनावश्यक जांच ना कराने तथा नियमानुसार नियत शुल्क से अधिक ना लेने की सख्त हिदायत देते हुए निर्देशों का उल्लंघन किये जाने पर क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत कड़ी कार्यवाही चेतावनी दी गई। निरीक्षण दल में पैथोलॉजिस्ट जिला चिकित्सालय डा0 मनीष,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी मौजूद रहे।