डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय में पीएचडी 2022-2023 बैच के शोधार्थियों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। शनिवार को कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन करके किया गया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर काशीनाथ ने कहा की शोध विद्यार्थी को शोध को बड़ी गंभीरता से करना चाहिए। कार्यक्रम में अपने वक्तव्य में बोलते हुए प्रो राकेश सुंदरियाल ने कहा की शोधार्थियों को शोध के तकनीकी पहलुओं को सबसे पहले समझना चाहिए। शोध विषय से लेकर निष्कर्ष तक के सभी बिंदु शोधार्थियों के लिए अहम हैं। प्रो जीएस बागड़ी ने कहा की शोधार्थी को अध्ययनशील होना चाहिए। शोध में उसे अपने गाइड, विषय विशेषज्ञों, इंटरनेट और विभिन्न पुस्तकालयों के माध्यम से अपने शोध कार्य को सम्पन्न करना चाहिए। बीज व्याख्यान प्रो बागड़ी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा की शोधार्थियों को शोध के दौरान और शोध कार्य पूर्ण होने के बाद भी निरंतर शोध पत्र प्रकाशन पर ध्यान देना चाहिए। शोध पत्रों की संख्या ही शोध कार्य की गंभीरता और सफलता तय करती है। वक्तव्य के अंत में उन्होंने कहा की शोध कार्य की मौलिकता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम में विभिन्न विषयों में एच डी के 85 शोधार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम में संस्था की उपाध्यक्ष विदुषी निशंक, सचिव बालकृष्ण चमोली, रिसर्च डीन डॉ श्रीवास्तव, डॉ सर्वेश उनियाल, कुलसचिव अरविंद अरोड़ा आदि उपस्थित थे।