प्रकाश कपरुवाण।
ज्योतिर्मठ। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के आवहान पर शुक्रवार को बन्द व चक्का जाम रहा, जोरदार नारेबाजी व सरकार का पुतला दहन के बाद अनेक वक्ताओं ने जोशीमठ भू धसाव पीड़ितों की विगत 21महीनों से उपेक्षा का आरोप लगाया, प्रातः 9 बजे शुरू हुआ चक्का जाम दोपहर 12बजे तक चला, इस दौरान दोनों ओर सैकड़ो वाहनों के साथ हजारों तीर्थ यात्री फंसे रहे। भू धसाव पीड़ितों ने कहा कि जब तक शासन -प्रशासन धरातल पर कार्य शुरू करने का लिखित आश्वासन नहीं देता तब तक चक्का जाम जारी रहेगा। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के बंद व चक्का जाम पर प्रदेश सरकार की भी नजर थी,और जाम खुलवाने का दबाब भी, लेकिन भू धसाव पीड़ितों मे सरकार की हीलाहवाली के कारण बेहद गुस्सा था। चक्का जाम व बाजार बंद मे ब्यापार संघ जोशीमठ व टैक्सी यूनियन जोशीमठ का पूर्ण सहयोग रहा। मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष भुवन चन्द्र उनियाल ने कहा कि जोशीमठ मे ट्रीटमेंट कार्य शुरू कराने सहित अन्य मांगो को लेकर संगठन के लोग हर चौखट पर गए लेकिन निराशा ही मिली और मजबूर होकर चक्का जाम व बाजार बंद का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के आग्रह पर चुनाव बहिष्कार का निर्णय वापस लिया, दिल्ली जाकर सांसद अनिल बलूनी से मिले उन्होंने 15दिन के बाद अधिकारीयों के साथ जोशीमठ मे कैम्प कर प्रभावितों की एक एक समस्या का निस्तारण करने का आश्वासन दिया लेकिन जोशीमठ आना तो दूर अब वे फोन तक नहीं उठा रहे है। श्री उनियाल ने कहा कि यदि 25अक्टूबर तक धरातल पर कार्यों की शुरुवात नहीं हुई तो धरना, प्रदर्शन चक्का जाम तो होगा ही केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र मे जाकर वे सरकार द्वारा जोशीमठ भू धसाव पीड़ितों के साथ किए जा रहे अन्याय की जानकारी से जन जन को अवगत कराएँगे। चक्का जाम स्थल पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश ने जिलाधिकारी की ओर से प्रभावितों को आश्वास्त करने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित लिखित आश्वासन चाहते थे, इस पर एडीएम ने जिलाधिकारी के पत्र पर यह लिखकर आश्वास्त किया कि जिलाधिकारी 25अक्टूबर 2024को स्वयं सकारात्मक प्रतिउत्तर के साथ मौजूद रहकर धरातल पर कार्य शुरू करने से सम्बंधित सभी जानकारी संगठन को देंगें। एसडीएम जोशीमठ सीएस बशिष्ठ ने कहा कि आज हुई वार्ता व आश्वासन का सरकारी पत्र तैयार कर वे शीघ्र ही संगठन पदाधिकारियों को भेजेंगे। इस लिखित आश्वासन के बाद चक्का जाम का कार्यक्रम स्थगित किया गया। इससे पूर्व मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के सचिव समीर डिमरी ने संगठन के गठन के बाद से की गई कार्यवाही व भेंट वार्ताओं की विस्तृत जानकारी सबके सम्मुख रखी, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी से तीन बार देहरादून, एक बार गौचर व एक बार बद्रीनाथ धाम मे भेंट की, हर बार आश्वासन मिला, आपदा प्रबंधन सचिव वर्तमान व पूर्व दोनों से अलग अलग भेंट वार्ताएँ व ज्ञापन दिए गए। जब सब जगह से निराशा ही हाथ लगी तो गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी से सम्पर्क किया गया, उन्होंने दिल्ली बुलाया, प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भी गया उन्होंने 15दिनों मे जोशीमठ मे अधिकारियों के साथ कैम्प कर निस्तारण करने का आश्वासन दिया लेकिन एक बार फिर निराश होना पड़ा। श्री डिमरी ने कहा कि मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के पास चक्का जाम, बाजार बंद, अनशन व आमरण अनशन के अलावा अब और कोई जरिया नहीं है यदि 25अक्टूबर तक सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई तो फिर आंदोलन ही एक मात्र विकल्प होगा। चक्का जाम स्थल पर बड़ी संख्या मे प्रभावित मौजूद थे, ब्यापार संघ अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष चंडी बहुगुणा सहित स्वाभिमान संगठन के अनेक पदाधिकारियो ने सभा को सम्बोधित किया। स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष भुवन चन्द्र उनियाल ने चक्का जाम व बाजार बन्द के सफलतम कार्यक्रम के लिए नगर के सभी वार्डो के प्रभावितों, मातृ शक्ति, युवा शक्ति, ब्यापार संघ, टैक्सी यूनियन सहित सभी सहयोगियों का आभार ब्यक्त किया है।