हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट
थराली।नगर पंचायत थराली के अंतर्गत सिमलसैण में प्रसिद्ध एवं अनोखे देवताओं के वीर नृत्य का शुक्रवार को विधिवत समापन हो गया हैं।देर सायं तक चली पूजा अनुष्ठान के तहत मर्द एवं महिला पश्वाहों ने जमकर देव नृत्य किया।अंत में पश्वाहों ने मौजूद श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया। बुधवार को 6 साल बाद आयोजित तीन दिवसीय वीर नृत्य का शुक्रवार की देर सायं करीब 4 बजें तक अवतारित 52 वीर,54 चैड़ा 64 काली,78 भैरव के अलावा भगवती ,नर्सिंग,भैरव, हनुमान,मेहमंत आदि के दो दर्जन से अधिक पुरूष एवं महिला पश्वाहों के देव नृत्य के समाप्त होते ही सम्पन्न हो गया। इससे पहले गुरुवार की पूरी रात एवं शुक्रवार को पूरे दिन देव नृत्य होते रहें। और पश्वाहों ने श्रद्वालुओं को आशीर्वाद दिया । देव नृत्य अनुष्ठान के तहत भगवती केदार दत्त चंदोला, नर्सिंग वासूदेव चंदोला,मेहमंत परमानंद चंदोला,भैरव राकेश चंदोला, हनुमान का बाला दत्त चंदोला आदि प्रमुख भक्तों पर पश्वा अवतारित हुए।इस दौरान देवाल के पंडित नवल किशोर मिश्रा एवं सिमलसैण मंदिर के मुख्य पूजारी दिगम्बर प्रसाद चंदोला पूजा अनुष्ठान में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। वीर नृत्य के दौरान जब मंदिर प्रांगण में गाड़ें गए हनुमान की लंका पर जब हनुमान का पश्वा बाला दत्त चंदोला जमीन से करीब 8 मीटर की ऊंचाई पर बांधे गए फलों की पोटली तक पहुंचें तो उपस्थित श्रद्धालुओं ने जय श्री राम की जोरदार नारेबाजी की जब हनुमान के पश्वा ने लंका पर ही खड़े-खड़े ही फलों का सेवन किया। पश्वाहों के देव नृत्य के समापन के बाद मंदिर में अनुष्ठान कर देवताओं को भोग लगाकर भक्तों में प्रसादी का भी वितरण किया।