हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। 2026 में प्रस्तावित हिमालई महाकुंभ के नाम से प्रख्यात श्री नंदादेवी राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा थराली में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें महत्वपूर्ण पड़ावों में सुमार देवराड़ा में मूलभूत सुविधाओं के संबंध में चर्चा की गई।सिद्धपीठ देवराड़ा के मंदिर परिसर में श्री नंदादेवी राजजात समिति के महासचिव भुवन नौटियाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में 2026 में प्रस्तावित नंदा राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा गया कि देवराड़ा राजजात के प्रमुख पड़ावों में से एक हैं। पूरी यात्रा के दौरान नंदा भक्तों का सिद्धपीठ में आना जाना बना रहेगा इसके तहत देवराड़ा को यात्रा मानचित्र में दर्शाने,देवराड़ा मंदिर का सौंदर्यीकरण किए जाने, पेयजल, विद्युतकरण का पुनर्गठन किए जाने, मोटर सड़क से मंदिर तक प्रयाप्त सोलर लाइट लगाएं जाने,धारी बैंड़ से देवराड़ा तक बाईपास मोटर सड़क बनाएं जाने, पार्किंग बनाने, हेलीपैड बनाने,लोल्टी,तुगेश्वर,सिनाई,
भेटा सहित अन्य गांवों से सिद्धपीठ के मंदिर तक आने वाले रास्तों पर सीसी किए जाने,पैदल पुलियों का निर्माण किए जाने आदि की मांग प्रमुखता से उठाईं गई। इस बैठक में समिति के महासचिव भुवन नौटियाल ने कहा कि बैठक में उठाईं गई मांगों को समिति शासन, प्रशासन के सम्मुख रखेंगी। उन्होंने यात्रा को व्यवस्थित रूप से आयोजित करने के जनसहयोग की अपेक्षा जताते हुए आने वाले समय में और अधिक बैठकों का आयोजन करने की बात कही।इस मौके पर देवराड़ा मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन हटवाल, हरेंद्र सिंह रावत,बच्ची राम गौड़, अनुसुया प्रसाद गौड़, पुष्कर सिंह गुसाईं,प्रताप सिंह रावत, दिनेश सती आदि ने प्रमुखता से विचार व्यक्त किए।