हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। नगर पंचायत थराली के अध्यक्ष की सीट के अनारक्षित होने से जनरल के दावेदारों के चेहरे खिले उठें हैं। इसके साथ ही संभावित दावेदारों ने अपने दावेदारी के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। इस बार थराली में चुनावों में घमासान मचने के पूरे आसार बनने लगे हैं। निकाय चुनावों के लिए शासन द्वारा अध्यक्षों एवं सभासदों के पदों पर आरक्षण की घोषणा कर दिए जाने के बाद पूरे राज्य की तरह ही थराली नगर पंचायत में भी अध्यक्ष पद के दावेदारों के चेहरे खिल उठे हैं। जारी सूची के अनुसार थराली नगर पंचायत में अध्यक्ष का पद अनारक्षित रखा गया है। जिसके चलते पिछले चुनाव में भी कमर बांधकर तैयारी में जुटे अनारक्षित दावेदारों के चेहरे खिल उठे हैं ।वर्ष 2018 में हुए पहले नगर पंचायत चुनाव में अधिकांश दावेदार इस सीट के तब अनारक्षित होने के कयास लगा रहे थे। और संभावित दावेदारों ने बकायदा डोर टू डोर कैंपेन तक शुरू कर दी थी, लेकिन ऐन वक्त पर थराली नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के अनुसूचित जाति महिला आरक्षित कर दिए जाने से दावेदारों के अरमानों पर पानी फिर गया था। अब नगर पंचायत के चुनाव के लिए अध्यक्ष पद अनारक्षित कर दिए जाने के बाद संभावित दावेदारों की बांछे खिल उठी हैं। भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी के दावेदार अपने टिकटों को पक्का करने के लिए अपने संपर्कों को मजबूत करने में जुट गए हैं। इसके साथ ही संभावित दावेदार अपने प्रबल समर्थकों के बीच बैठकर जीत का गुणा-भाग करने के साथ ही मतदाताओं से अपने संपर्क साधने में जुटने लगे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अध्यक्ष पद के दावेदारी के लिए पार्टी प्रत्याशियों के अलावा भी कई अन्य निर्दलीय दावेदार भी निकाय चुनावों में ताल ठोक सकते हैं।थराली नगर पंचायत में कुल चारो वार्डो में से देवराड़ा वार्ड को ओबीसी महिला,भेटा वार्ड को महिला अरक्षित किया गया है। जबकि अपर बाजार थराली एवं थराली गांव को अनारक्षित रखा गया हैं।इस नगर पंचायत में कुल 2959 मतदाता हैं। जिनमे से वार्ड 1 में 321 पुरुष और 260 महिला मतदाता समेत कुल 581 मतदाता,वार्ड 2 में 400 पुरुष 359 महिला मतदाताओं समेत कुल 759 मतदाता,वार्ड 3 में 361 पुरुष 330 महिला मतदाताओं समेत कुल 691 मतदाता और वार्ड 4 में 496 पुरुष 432 महिला मतदाताओं समेत कुल 928 मतदाता हैं नगर पंचायत थराली के इन चारों वार्डो के कुल 2959 मतदाता अपने मतदान का प्रयोग कर थराली नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर किसको आर्शीवाद देते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा परंतु अध्यक्ष का पद अनारक्षित होने के बाद चुनावों में घमासान होना तय माना जा रहा है।