रिपोर्ट – कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
डॉ० पीतांबर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार में उत्तराखण्ड सरकार की महत्वाकांक्षी “देवभूमि उद्यमिता योजना” के अंतर्गत आज से आरंभ हुए 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम में प्रथम दिन छात्र-छात्राओं को उद्यमिता एवं स्टार्टअप शुरू कर अपना भविष्य संवारने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का शुभांरभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए देवभूमि उद्यमिता योजना की सार्थकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह योजना उत्तराखंड राज्य में बेरोजगारी एवं राज्य से हो रहे पलायन को रोकने में मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर देवभूमि उद्यमिता केंद्र के महाविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ० एस० के० गुप्ता ने कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए उद्यमिता विकास कार्यक्रम के औचित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि जब व्यवसायी किसी उद्यम को चलाने के लिए नए तरीकों एवं तकनीकों का प्रयोग करता है तथा जोखिम उठाता है तब इसे उद्यमिता कहते हैं। डॉ० गुप्ता ने कहा कि उद्यमिता एवं स्टार्टअप के माध्यम से न केवल उद्यमी का विकास होता है बल्कि उस क्षेत्र की समस्याओं का समाधान भी होता है। कार्यक्रम में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद से आये डॉ० सुमित कुमार ने छात्र-छात्राओं से देवभूमि उद्यमिता योजना से जुड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून से आये डॉ० ऋतुराज सिंह पुंडीर ने कार्यक्रम के द्वितीय एवं तृतीय सेशन में उद्यमिता की अवधारणा, महत्व, उद्यमी बनने के आकर्षण तथा सफल उद्यमी के गुणों पर पीपीटी के माध्यम से अपना प्रस्तुतिकरण दिया। दूसरे रिसोर्स पर्सन डॉ० मनीष असवाल ने उद्यमिता विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए देवभूमि उद्यमिता योजना एवं ई डी आई आई के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तार से समझाया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर सुनीता नेगी द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रोफेसर एम डी कुशवाहा , प्रोफेसर आर.एस. चौहान , प्रोफेसर आदेश कुमार, डॉ० अभिषेक गोयल, डॉ० प्रवीण जोशी, डॉ० डी एस चौहान, डॉ० किशोर सिंह चौहान, डॉ० प्रियंका अग्रवाल, डॉ० सरिता चौहान, डॉ० मुकेश रावत आदि प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। देवभूमि उद्यमिता केंद्र की टीम के छात्र सदस्यों अभिषेक नेगी, गौरव सिंह नेगी, पायल, क्षितिज नेगी, बादल चौधरी, दीपक कोटनाला, ध्रुव कुकरेती प्रज्वल बिष्ट, आयुष कुमार आदि छात्र-छात्राओं ने व्यवस्था बनाने एवं अन्य कार्यों में महत्वपूर्ण सहयोग दिया।