कमल बिष्ट/कोटद्वार। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिस के चलते खोह नदी ऊफान पर है। जिससे कोटद्वार गाड़ीघाट व झूला बस्ती कुष्ठाश्रम आवादी की ओर रूख करने पर प्रशासन ने घरों को खाली करने को कहा गया। वहीं सनेह में भी कल देर रातभीषण तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है, जिसमें खो नदी तट पर बने मकान रात नदी में समा गए। मकानों के बहने के आंकड़ों में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। खोह नदी के तेज बहाव आबादी की ओर कटाव कर रहा है जहाँ आवासीय मकान नदी की चपेट में आ रहे हैं। प्रभावित लोगों का कहना है कि रात 12 बजे के लगभग नदी का जल स्तर बहुत जायदा बड़ गया था जिससे हमारे मकान नदी की चपेट में आ गए। किसी तरह हम जान बचाकर भागे। आवादी में रहने वालों को सड़क पर खड़े होकर पूरी रात बितानी पड़ी।
लगातार बारिश होने से जगह-जगह हालात खराब हो चुके हैं। घरों से बेघर हुए लोगों ने शासन-प्रशासन से मदद की अपील की है। वहीं प्रशासन और विधायक ऋतु खंडूड़ी ने लोगों को हर हाल मदद का आश्वाशन दिया है।