डोईवाला, (प्रियांशु सक्सेना)। एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा द्वारा ऑनलाइन मासिक बैठक ली गई। बैठक में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मासिक सम्मेलन लिया गया।सम्मेलन के माध्यम से सेनानायक महोदय द्वारा समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के आवासीय/भोजन व्यवस्था, उपकरणों की स्थिति तथा अन्य व्यक्तिगत समस्याओं के संबंध में जानकारी ली गयी और साथ ही सम्बन्धित को निर्देशित किया गया कि कम से कम समय में समस्याओं का त्वरित निदान किया जाए। सेनानायक महोदय द्वारा माह मई में आरम्भ होने वाली चारधाम यात्रा के दृष्टिगत निम्न बिंदुओं पर चर्चा की गयी व साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देशों के अक्षरशः अनुपालन किये जाने के निर्देश दिये गए। उन्होंने चारधाम यात्रा के दृष्टिगत यात्रा मार्ग पर तैनात एसडीआरएफ की समस्त टीमों को निर्देशित किया गया कि यात्रा के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहें। रेस्क्यू उपकरणों की चलायमान स्थिति को निरंतर चैक करते रहें जिससे रेस्क्यू के दौरान किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो। पोस्टों पर जनशक्ति बनाये रखें, अति आवश्यक होने पर ही अवकाश लिया जाए। सभी लोग ”सचेत एप” डाउनलोड कर लें जिसमें यात्रा व मौसम सम्बन्धी लेटेस्ट सूचनाएं अपडेट होती रहती है जोकि चारधाम यात्रा के समय अति उपयोगी होगी। धामों के निकट व्यवस्थापित एसडीआरएफ पोस्ट के प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि कपाट खुलने से पूर्व एक बार धामों के मार्ग, स्थिति इत्यादि का निरीक्षण कर लें।उन्होंने कहा की वर्तमान में एसडीआरएफ राज्य में कुल 31 स्थानों पर व्यवस्थापित है परंतु यात्रा सीजन के दौरान 09 अतिरिक्त स्थानों पर व्यवस्थापन बढ़ाया जाएगा। निर्देशित किया गया कि उक्त स्थानों पर आवासीय व भोजन संबंधी व्यवस्थाओं हेतु सम्बन्धित से समन्वय स्थापित कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए। राज्य में ड्रोन संचालकों से संपर्क बना कर रखा जाए जिससे आपदा या अन्य घटनाओं के दौरान न्यूनतम समय में घटना की वास्तविकता का पता लगाकर रेस्पॉन्स कार्य किया जा सके। मासिक सम्मेलन के दौरान सहायक सेनानायक श्याम दत्त नौटियाल, प्रमोद रावत, कवीन्द्र सजवाण, जयपाल राणा, विजय रयाल, पूनम शाह, शमां परवीन आदि अधिकारी/कार्मिक उपस्थित रहे।