रिपोर्ट : प्रकाश कपरूवाण
बद्रीनाथ,। वीआईपी गेट, हेली यात्रियों के लिए प्रतिक्षालय व कंट्रोल रूम निर्माण के कारण बामणी गाँव व तीर्थ पुरोहितों के आवाशों का मार्ग बन्द होने व आवागमन के दौरान अनावश्य रोक टोक से गुस्साए तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय निवासियों व ब्यापारियों ने जमकर नारे बाजी कर प्रदर्शन किया। बद्रीनाथ धाम मे मास्टर प्लान कार्यों के चलते जगह तोड़ फोड़ की गईं है, मंदिर के आस पास से न केवल दुकानों को बल्कि मदिर के गेस्ट हाउस व कार्यालय भवन भी तोड़ दिए गए, इस बार जिला प्रशासन द्वारा मंदिर समिति को आस्थाई कार्यालय एवं वीआईपी मार्ग हेतु जो भूमि आवंटित की उसे लेकर ही बिवाद हुआ। दरसअल बामणी गाँव जाने वाले मार्ग के एक ओर मंदिर समिति का आस्थाई कार्यालय व दूसरी ओर हेली यात्रीयों के लिए प्रतीक्षालय एवं एक कंट्रोल रूम का आस्थाई निर्माण किया गया और बैरिकेटिंग लगा दी गईं जिसके कारण लोगों को अपने घरों तक आने जाने की समस्या हो गईं, लोगों मे प्रशासन की इस ब्यवस्था को लेकर भारी रोष था जो सोमवार को विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी के रूप मे सामने आया। मार्ग अवरुद्ध होने के कारण लोगों की नाराजगी को भाँपते हुए बीती सांय को ही मंदिर प्रशासन व स्थानीय प्रशासन द्वारा बद्रीश पंडा पंचायत के प्रतिनिधियों की मौजूदगी मे आस्थाई कार्यालय के आवागमन के सम्बन्ध मे पृथक कोरिडोर बनाने का निर्णय हुआ था ताकि स्थानीय लोगों का आवागमन भी बाधित ना हो और आस्थाई कार्यालय का मार्ग भी बिना बाधा के पृथक रहे,लेकिन उस स्थान पर अलग से एक गेट का निर्माण कर लिया गया जिसके कारण लोगों का आक्रोश भड़क गया। काफ़ी देर तक मंदिर सिंह द्वार व साकेत तिराहे पर प्रदर्शन हुए, इस दौरान ब्यापारिक प्रतिष्ठान भी बन्द किये गए। बाद मे स्थानीय प्रशासन व मंदिर समिति के साथ हुई वार्ता के बाद हेली यात्रीयों के लिए बनाये गए अस्थाई प्रतीक्षालय को हटाकर आवागमन मार्ग सुचारु करने का निर्णय लिया गया, अन्य समस्याओं को लेकर मंगलवार 11बजे स्थानीय प्रशासन, व मंदिर प्रशासन के साथ तीर्थ पुरोहितों, ब्यापारियों व स्थानीय निवासियों की बैठक आहुत की गईं है।