रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण भराड़ीसैंण में उत्तराखंड उच्च न्यायालय की स्थापना किए जाने की मांग को लेकर थराली बार एसोसिएशन सहित क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश एवं मुख्य सचिव उत्तराखंड को थराली के उपजिलाधिकारी के माध्यम से एक संयुक्त हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन भेजा हैं। थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद के माध्यम से मुख्य न्यायाधीश एवं मुख्य सचिव को भेजें संयुक्त हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन में कहा है कि हाईकोर्ट नैनीताल ने राज्य सरकार को हाईकोर्ट नैनीताल से अन्यत्र स्थान पर स्थापित किए जाने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी की भावना को दृष्टिगत रखते हुए सरकार ने गैरसैंण भराड़ीसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करते हुए विधानसभा भवन सहित तमाम अन्य भवनों का निर्माण किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य आंदोलन के दौरान सभी आंदोलनकारी गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी बनाने के पक्ष में एकमत थे और गैरसैंण राज्य के मध्य बिंदु में भी स्थिति हैं।ऐसे में राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण में स्थापित करने के साथ ही उत्तराखंड का उच्च न्यायालय भी गैरसैंण में ही स्थापित किया जाए ऐसा करने से राज्य प्राप्ति के लिए शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।इस ज्ञापन में बार एसोसिएशन थराली के अध्यक्ष डीडी कुनियाल, एडवोकेट हरेंद्र नेगी, ललित मिश्रा, संतोष रावत, विक्रम रावत,पीएस पिमोली, प्रदुम्न बिष्ट,जय राम आगरी, महिपाल सिंह नेगी, महिपाल लाल, नंदा देवी राजराजेश्वर सिद्धपीठ देवराड़ा बधाण के अध्यक्ष भुवन हटवाल, आंनद सिंह आदि के हस्ताक्षर मौजूद हैं।