रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग: सरकार 24 घण्टे बिजली देने के लाख दावे क्यो ना करें मगर जमीनी हकीकत कुछ ही बया करती नजर आ रही है। जनपद रुद्रप्रयाग के रतूड़ा सब डिवीजन के अंतर्गत आने वाले 40 से 50 गाँवो की जनता को 24 घण्टे बीत जाने के बाद भी बिजली नसीब नही हो पाई है, जिससे लोगों के रोज मर्रा के काम भी नही हो पा रहे है,साथ ही गर्मी के कारण लोग परेशान है।अब क्षेत्रीय जनता ने बिजली विभाग के खिलाफ धरना देने की चेतावनी दी है,साथ ही जिलाधिकारी से विधुत विभाग के एक्शन,जेई को हटाने की मांग की है।आपको बताते चले कि जनपद रुद्रप्रयाग के रतूड़ा सब डिवीजन के अंतर्गत आने वाले रानीगढ़, धनपुर, तल्लानागपुर क्षेत्र के 40 से 50 गांवो के लोग लगातार बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं, हैरानी की बात है कि रुद्रप्रयाग विधायक,एंव ब्लाक प्रमुख का निजी क्षेत्र भी यहीं है, फिर भी जनता मूल भूत जरूरत बिजली के लिए तरस रही है। वहीँ पिछले 10 से 12 सालो से रतूड़ा डिवीजन में बिजली की लाइनों को विभाग द्वारा सुधारा नही जा सका।इसका खामियाजा आम जनता को आज भी भुगतना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान घोलतीर बीरेंद्र राणा, व्यापार संघ अध्यक्ष प्रकाश गैरोला,व्यापारी नागेंद्र बिष्ट सहित लोगों ने नाराजगी जताते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि रतूड़ा डिवीजन क्षेत्र हमेशा से विवादों में रहता है,यहाँ महीने में बिना आंधी तूफान, वर्षा के भी बिजली गुल रहती है।बीते 24 घण्टे से क्षेत्र में लोग बिजली के लिए तरस रहे है।विभाग की लापरवाही से इस क्षेत्र में दो लोगो की करंट लगने से मौत हो चुकी है जबकि एक व्यक्ति घायल हो चुका है, विभागीय अधिकारियों का इस क्षेत्र पर प्रति कोई ध्यान नही है। इधर विभाग हमेशा एक ही रटारटाया जवाब देते नजर आ रहे है कि फाल्ट आ गया,मगर बड़ा सवाल यह है कि 10- 12 सालों से विभाग इस समस्या का समाधान नही कर पाया है।