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01- सडक अवरूद्ध स्थल तमक मे नदी किनारे जान जोखिम मे डालकर आवाजाही करते ग्रामीण ।
02- देश का अन्तिम गॉव नीती ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। खराब मौसम के कारण नहीं पंहुच सका हेलीफाफ्टर, मौसम ने बढाई नीती घाटी के ग्रामीणों की चिंन्ता।
नीती घाटी के तमक में सडक अवरूद्ध होने के कारण नीती घाटी के ़ऋतु प्रवासी ग्रामीण घाटी में ही फंस गए हैं। प्रशासन ने बृद्ध, बीमार व महिलाओं को लाता अथवा जोशीमठ तक पहंुचाने के लिए हेलीकाफ्टर की व्यवस्था तो की लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेली नहीं पंहुच सका।
इन दिनों नीती घाटी के जेलम, कोसा, दªोणागिरी, गरपक, मलारी, कैलाश पुर, फरकिया, महरगॉव,कुरकुटी, बाम्पा, गमशाली व नीती आदि गॉवोें के ग्रामीण शीतकालीन प्रवासों के लिए निचले इलाकों मे लौटते हैं, लेकिन 17से 19अक्टूबर तक हुई भारी वारीश के कारण नीती घाटी मे न केवल तमक मे ब्लकि तपोवन-शलधार से लेकर नीती तक की सडक कई स्थानो पर क्षतिग्रस्त हो गई थी। अब तक बीआरओ द्वारा तपोवन से तमक तक एंव नीती से भी तमक तक मार्ग यातायाता हेतु खोल दिया गया है, लेकिन तमक मे अभी भी सडक बन्द है, जिसे खोलने के लिए बीआरओ द्वारा 26अक्टूबर तक का समय दिया गया है।
इस बीच जरूरी कार्य से जोशीमठ की तरफ आने वाले ग्रामीण तमक मे नदी के किनारें जान जोखिम मे डालकर अवागामन कर रहे हैंद्य लेकिन बीमार, बृद्ध व महिलांए सडक खुलने अथवा वैकल्पिक ब्यवस्था के इंतजार मे है।
संपर्क करने पर जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि नीती घाटी के गॉवों मे बृद्ध व महिलाओं को हेलीकाफ्टर से गंतब्य तक लाए जाने के लिए हेरिटेज हेली कंपनी से वार्ता हुई है, मौसम खराब होने के कारण हेली नही पंहुच सका, कहा कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो सांय तक भी हेली पंहुच सकता है। उन्होने जानकारी दी कि प्रशासन की ओर से यहॉ के मौसम की स्थिति का वीडियों बनाकर भी भेजा गया है।
एसडीएम ने बताया कि सडक अवरूद्ध होने के कारण देा वाइकर्स पर्यटक भी घाटी मे फंसे है, जिन्है फिलहाल आईटीबीपी कैम्प मे रखा गया है, और बीआरओ द्वारा भी उन्है समुचिम ब्यवस्था दी जा रही है।