सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के ठीक एक दिन पहले रविवार देर रात पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी पर जानलेवा हमला किया गया। यदि एक घर में घुसकर उन्होंने खुद को नहीं बचाया होता तो कुछ भी हो सकता था। इससे दो दिन पहले रुद्रप्रयाग जिले में ही उक्रांद के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर जान लेवा हमला हुआ था। मातबर सिंह कंडारी ने उन पर हमले के लिए कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप थपलियाल को जिम्मेदार ठहराया है। इतना ही नहीं उन्होंने मोहित डिमरी पर भी हमले के लिए कांग्रेस प्रत्याशी को ही जिम्मेदार ठहराया है।
इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने प्रदीप थपलियाल को टिकट दिया है। पूर्व काबीना मंत्री मातबर सिंह कंडारी भी कांग्रेस के टिकट की लाइन में थे, उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनका आरोप है कि प्रदीप थपलियाल और उनके कार्यकर्ताओं को कंडारी का चुनाव लड़ना पसंद नहीं आ रहा है। मातबर सिंह कंडारी के अनुसार उन्हें मिल रहे समर्थन की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी बौखलाए हुए हैं।
रविवार देर रात मातबर सिंह कंडारी जब अपने कुछ साथियों के साथ सिद.सोड़ जखोली से गुजर रहे थे, तभी कुछ उपद्रवियों ने शराब के नशे में उन पर हमला कर दिया। अपने बयान में उन्होंने हमला करने वालों में नरेंद्र सिंह पंवार, पुष्कर सिंह बिष्ट और वीरेंद्र सिंह बिष्ट सहित लगभग 8-10 लोग शामिल थे। उनका आरोप है कि सभी ने मिलकर मातबर सिंह कंडारी व उनके कार्यकर्ता कालीचरण रावत, मनोज रौथाण व पंकज बिष्ट के साथ गाली.गलौच की और धक्का.मुक्की की। साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। कंडारी के अनुसार हमलावरों उनके कार्यकर्ताओं कालीचरण, मनोज व पंकज को कांग्रेस पार्टी का प्रचार करने को कहा, ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने को तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मातबर सिंह कंडारी के साथ उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। मातबर सिंह कंडारी ने एक घर में घुसकर अपन जान बचाई।
श्री कंडारी के साथ मौजूद लोगों ने बताया कि सभी हमलावर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं और प्रदीप थपलियाल के कहने पर ही उन्होंने ये सब किया है।












