रिपोर्ट – प्रकाश कपरूवाण।
जोशीमठ : जोशीमठ भू धंसाव की गंभीर समस्या के बाद उग्र होते आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने फिलहाल आपदा प्रबंधन अधिनियम का सहारा लेते हुए एनटीपीसी की परियोजना,हेलंग-मारवाड़ी बाईपास एवं जोशीमठ में चल रहे सभी प्रकार के निर्माण कार्यो पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है।
बाजार बंदी व सफलतम चक्का जाम के दौरान दोपहर बाद चक्का जाम स्थल पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति एवं भू धंसाव प्रभावित आम जन मानस के सम्मुख प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि अग्रिम आदेशों तक जोशीमठ क्षेत्र में सभी प्रकार के निर्माण कार्यों को रोकने के आदेश निर्गत कर दिये गए हैं।
उन्होंने बताया कि एनटीपीसी एवं एचसीसी कंपनी को दो हजार फेब्रिकेटेड हट्स तत्काल तैयार करने के निर्देश दिए गए है।इसके अलावा प्रशासन की टीम लगातार वार्डो का भ्रमण कर भू धंसाव प्रभावित घरों को चिन्हित कर रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
एडीएम श्री त्रिपाठी ने कहा कि शीघ्र ही आपदा प्रबंधन सचिव के साथ हाइड्रो इंस्टीट्यूट,वाडिया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों की टीम पहुंच रही है, जो पूरे मामले की विस्तृत जांच करेंगें और उनकी रिपोर्ट के बाद ही आगे के निर्णय लिए जा सकेंगे।
वार्ता के दौरान ही संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने स्पष्ट किया कि यह सब आपदा एक्ट के तहत अस्थाई कार्यवाही है, जब तक स्थाई आश्वासन नहीं मिलता तब तक आंदोलन जारी रहेगा,पर्यटकों की सुविधार्थ चक्का जाम अवश्य खोला जा रहा है लेकिन आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
अपर जिलाधिकारी की वार्ता के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक सैनी, पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह,तहसीलदार रवि शाह के अलावा संघर्ष समिति के अध्यक्ष/पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी, ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, व्यापार संघ अध्यक्ष नैन सिंह भण्डारी, श्री बद्रीनाथ धाम के निवर्तमान धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल,पालिका के सभासद गण व बड़ी संख्या मे प्रभावित नगरवासी मौजूद रहे।