हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली(चमोली)। विकासखंड थराली के सोल क्षेत्र के बूंगा गांव के गोपटारा गांव में पिछले दिनों तीन बार हुई ओलावृष्टि से सेव,किवी के फलों के साथ ही गेहूं,मशूर,आलू के साथ ही अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ हैं। ग्रामीणों ने नुकसान का आंकलन कर मुवावजा दिए जाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी थराली को एक पत्र सौंपा हैं।
गोपटारा के प्रगतिशील किसान प्रेम सिंह फर्स्वाण ने उपजिलाधिकारी थराली को भेजें एक पत्र में कहा है कि विगत 12 व 16 अप्रैल के साथ ही इसी महीने की 4 मई को सोल क्षेत्र के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई जिससे किसानों की फसलों के साथ ही फलों के पेड़ पौधो को भारी नुकसान पहुंचा है।पत्र में कहा है कि उन्होंने गोपटारा में 4500 उन्नत किस्म के सेव के पौधों का रोपण किया था जिसमें इस बार काफी संख्या में सेव के फल लगें हुए थे, इसके अलावा उन्होंने ही काफी संख्या में कीवी के पौधों का रोपण किया था किन्तु ओलावृष्टि के कारण सेव के फलों के साथ ही कीवी के पौधों के अलावा रवी की फसल गेहूं,जौ, मशूर के अलावा खरीफ की फसलों के तहत आलू,राजमा,मिर्च आदि के पौधों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा अन्य फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने एसडीएम से नुकसान का आंकलन कर मुवावजा दिए जाने की मांग की हैं।प्रेम सिंह फर्स्वाण ने बताया कि उनके अलावा अन्य सुरेन्द्र सिंह फर्स्वाण, शंकर सिंह, नारायण सिंह, मोहन सिंह कुंवर, नरेन्द्र सिंह, बलवंत सिंह, हरपाल सिंह,कृपाल सिंह,, महिपाल सिंह,दरवान सिंह, बिरेंद्र सिंह आदि प्रगतिशील किसानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।