पिछले लंबे समय से गीत संगीत के इस चर्चित कार्यक्रम का आयोजन सोनी टीवी में किया जा रहा था। इंडियन आइडल के 12वें संस्करण में आंखिर में बचे छह प्रतिभागियों में से प्रथम का चयन 15 अगस्त को होना था, इसे लेकर देशभर में संगीत जगत में काफी कयास लगाए जा रहे थे। अंततः उत्तराखंड के चंपावत जिले के रहने वाले पवनदीप राजन को इस खिताब से नवाजा गया। दूसरे स्थानर अरुणिता कांजीलाल रही, जिसे प्रतियोगिता को रोचक बनाने के लिए संचालकों ने पवनदीप की प्रेमिका के रूप में पेश करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
उत्तराखंड में पवनदीप को लेकर काफी हलचल थी। पूरे आयोजन में पवनदीप का परफारमेंस बेहतरीन रहा। गायन के अलावा वादन के हर यंत्र को पूरी निपुणता के साथ बजाकर उन्होंने गीत संगीत में डूबे एक युवक की अपनी छवि सबके सामने रखी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाज के बहुत सारे लोगों ने पवनदीप के लिए अपील की। सोशल मीडिया में भी पवनदीप को वोट करने के लिए अभियान चलाए गए। अंततः पवनदीप ने वह मुकाम हासिल कर लिया। इससे पहले 2015 में पवनदीप वाइस आफ इंडिया का खिताब अपने नाम कर चुके थे। इस विजय से पवनदीप को उतनी सुर्खियां नहीं मिली, जिनती इंडियन आइडल से उन्हें मिली।
उत्तराखंड के एक सीमांत जिले चंपावत से निकले संगीत जगत के इस नायाब हीरे से राज्य युवा प्रेरणा ले सकते हैं। संगीत जगत में यह उत्तराखंड एक धमक के रूप में देखी जा रही है।