पलायन पर जोशीमठ से प्रकाश कपरूवाण की एक फोटो कविता, जो उत्तराखंड में पलायन के क्रूर रूप को दिखा रही है साथ ही प्रकृति छटा भी दिखाती है। प्रकृति अपना काम करती रहती है, लोग अपनी मातृभूमि के प्रति चाहे जितने निर्मोही हो गए हों प्रकृति हमेशा अपना प्यार उढ़ेलती रहेगी।