थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी के करीब एक लाख से अधिक की आबादी के लिए स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में लंबे समय से एक्सरे मशीन खराब होने के आम जनमानस को छोटे-छोटे रोगों के एक्सरे की लिए भी दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। लंबे समय से मशीन की मरम्मत करने अथवा नई मशीन स्थापित करने की मांग के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शासन स्तर पर उचित कार्रवाई नही होने से स्थानीय लोगों में गुस्सा व्याप्त हैं।
पिंडर घाटी क्षेत्र के देवाल, थराली एवं नारायणबगड़ विकासखंडों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध करवाने के लिए सरकार के द्वारा दो दशक पूर्व थराली में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई थी। किंतु स्थापना के बाद से आज तक भी इस केंद्र में ना तो प्रर्याप्त मात्रा में चिकित्सक ही तैनात किए गए और ना ही चिकित्सकीय स्टाफ की ही नियुक्ति हो पाई हैं।यही नही यहां पर चिकित्सकीय उपकरणों का भी नितांत अभाव बना हुआ हैं।
वर्ष 2005 में इस केंद्र में एक एक्सरे मशीन तों स्थापित की गई हैं। किंतु कभी तकनीशियनों के अभाव में तों कभी मशीन के खराब पड़े होने के कारण इस का आम आदमी को अपेक्षित लाभ नही मिल पा रहा है। बताया जा रहा हैं कि पिछले वर्षों जेड सिक्योरिटी के तहत यहां पर लंबे समय बाद एक्सरे तकनीशियन तों तैनात किया गया हैं परंतु मशीन के खराब पड़े होने के कारण तैनाती का आम जनता को कोई भी लाभ नही मिल पा रहा हैं।
मशीन के खराब पड़े होने पर थराली के पूर्व प्रमुख एवं भाजपा नेता राकेश जोशी, समाजसेवी रमेश थपलियाल, थराली के पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष प्रेम बुटोला आदि ने बताया कि एक्सरे मशीन के खराब पड़े होने के कारण पिंडर क्षेत्र के रोगियों को छोटे-छोटे रोगों के एक्सरे के लिए भी 30 से 120 किमी दूर कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग, श्रीनगर, बैजनाथ, गरूड़, बागेश्वर आदि स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं।
जिस में स्थानीय लोगों को भारी आर्थिक हानी के साथ ही बेस कीमती समय का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं।कहा कि पिछले लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर पर मशीन की मरम्मत करने अथवा नई मशीन स्थापित किए जाने की मांग के बावजूद भी आज तक इस पर ठोस कार्रवाई नही हो सकी हैं।इस संबंध में पूछे जाने पर सीएचसी थराली के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ नवनीत चौधरी ने बताया कि उन्होंने एक्सरें मशीन के खराब पड़े होने की जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी को दें दी हैं। मशीन के ठीक होते ही यहां पर एक्सरे करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने भी स्वीकार किया कि एक्सरे मशीन के खराब पड़े होने के कारण चिकित्सा स्टाफ को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।












