रिपोर्टर – प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। देहरादून की सड़को पर विक्रम, ऑटो, सिटी बस और ट्रकों का संचालन ना होने से आमजन को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ा। मंगलवार को जनपद के सभी इलाकों व क्षेत्रों में सड़के बिना परिवहन वाहन के दिखीए जिससे आमजन को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी।
एक दशक से पुराने विक्रम, ऑटो बंद करने व ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर की अनिवार्यता के विरोध में वाहन स्वामियों ने प्रदेशभर में चक्काजाम किया है। जिसका असर डोईवाला में भी देखने को मिला, जहां सभी विक्रम, ऑटो व सिटी बस स्वामियों ने अपने वाहनों का संचालन बंद रखा।
ऑटो और बस यूनियनों के वाहन चालकों ने मंगलवार को सचिवालय कूच किया। इस दौरान बड़ी संख्या में वाहन स्वामी देहरादून पहुंचे। जिसमें डोईवाला केंद्र से भी वाहन चालकों ने अपनी सहभागिता निभाई। जिस कारण डोईवाला, देहरादून व प्रदेश के अन्य हिस्सों में वाहन न चलने से लोग सड़कों पर भटकते नजर आए।
सिटी बस संगठन व डोईवाला में विक्रम समिति ने भी प्रधान प्रताप यादव के निर्देश पर ऑटो व विक्रम का संचालन बंद रखा। जिस कारण लोगों को यात्रा करने में परेशानी हुई और वह दर दर भटकने को मजबूर दिखे।
लालतापड़ स्थित फैक्ट्री कर्मचारी ने बताया की विक्रम का संचालन ना होने से उन्हें फैक्ट्री पहुंचने में भी देरी हो गई, वहीं कुआंवाला स्थित सर्विस सेंटर में कार्यरत कर्मचारी राहुल ने बताया की सिटी बस न चलने के कारण उन्हें लिफ्ट लेकर जाना पड़ा। राहुल ने बताया की सर्विस सेंटर तक पहुंचने के लिए उन्हें तीन अलग अलग लोगों से लिफ्ट लेनी पड़ी।
’मांगें
दस साल उम्र पूरी करने वाले ऑटो, विक्रम और अन्य डीजल वाहनों को अपडेट किया जाए। ना की, इनका संचालन बंद हो।
प्रदेश के हर जिले में दो.दो फिटनेस सेंटर खोले जाएंए तब तक पुरानी व्यवस्था को ही बहाल रखा जाए।
ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर पर वाहनों की फिटनेस जांच अनिवार्यता एक अप्रैल 2023 और जून 2024 तय की गई है, इसी हिसाब से उत्तराखंड में फिलहाल ऑटोमेटेड फिटनेस अनिवार्यता को खत्म किया जाए।