थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी के अंतर्गत विकासखंड नारायणबगड़ में पिंडर नदी में चल रहे रीवर ट्रेनिंग में खुलेआम पौकलेंड एवं जेसीबी मशीनों को उपयोग में लाएं जाने पर प्रशासन एवं खनन विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं।
पिछले साल के अंतिम महीनों में शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के द्वारा नदियों में रीवर ट्रेनिंग के तहत पट्टों का आवंटन किया गया था। जिसके तहत शासन ने लैबरों के जरिए नदियों में जमा रेत, बजरी एवं बोल्डरों को खनन करने का अधिकार दिया गया है। इसमें मशीनों से खनन को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। शासन की नीतियों के तहत ही नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत पिंडर नदी में हरमनी के नगरकोटियाणा, मींग के भीड़तोली एवं पंती में भी रीवर ट्रेनिंग के पट्टों का आवंटन किया गया है। किंतु पिछले कई दिनों से पट्टाधारकों के द्वारा मजदूरों के बजाय पौकलेंड एवं जेसीबी मशीनों से खुलेआम खनन किया जा रहा है।
इस संबंध में थराली के तहसीलदार रवि शाह का कहना है कि लंबे समय से तहसीलदार प्रशासन विधानसभा चुनावों में व्यस्त थे। मामले में नियमानुसार जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के साथ ही, खनन स्थलों की लगातार निगरानी की जाएगी।