थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिछले 20 घंटों से अधिक समय तक पिंडर घाटी के तीनों विकासखंडों में बिजली आपूर्ति ठप पड़ी रही। जिस कारण क्षेत्र के नागरिकों को सोमवार की पूरी रात अंधेरे में ही गुजारने पर मजबूर होना पड़ा। आये दिन अनियमित बिजली आपूर्ति के कारण क्षेत्रीय लोगों में विद्युत ऊर्जा निगम के खिलाफ रोष पनपने लगा है।
सोमवार की सांय करीब 4 बजे अचानक पिंडर घाटी के नारायणबगड़, थराली एवं देवाल विकासखंडों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बताया जा रहा हैं कि कर्णप्रयाग से नारायणबगड़, थराली धारी एवं देवाल के नंदकेसरी 33 केवी सब बिजली स्टेशनों को आने वाली 33 केवी बिजली लाईन में कर्णप्रयाग.नारायणबगड़ के बीच मौणा गांव के आसपास फाल्ट आ जाने के कारण पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे बिजली बहाल हो सकी, इस दौरान आम नागरिकों के साथ ही तमाम सरकारी कार्यालयों के अधिकारी, कर्मचारी खासे परेशान रहे। इस संबंध में पूछे जाने पर ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता डीएस चौधरी ने बताया कि मौणा के पास 33 केवी बिजली लाईन में आये फाल्ट को ठीक कर आपूर्ति बहाल की गई।
आये दिन बिजली आपूर्ति ठप होने एवं अनियमित बिजली आपूर्ति पर थराली के पूर्व ब्लाक प्रमुख सुशील रावत, बार एसोसिएशन थराली के अध्यक्ष देवी दत्त कुनियाल, देवाल की प्रमुख उर्मिला बिष्ट, कुनियाल, पीसीसी महावीर बिष्ट आदि ने ऊर्जा निगम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी पिंडर घाटी में आज तक बिजली की व्यवस्था में सुधार नहीं आ पाया है। जिसके लिए सीधे तौर पर ऊर्जा निगम के आलाधिकारियों जिम्मेदार हैं। जन प्रतिनिधियों का कहना हैं कि जब से कर्णप्रयाग से पिंडर क्षेत्र के लिए 33 केवी बिजली लाईन का निर्माण किया गया हैंएतभी से आये दिन बगोली.नारायणबगड़ के बीच 33 केवी बिजली लाईन पर फाल्ट आने एवं घंटों क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप होने की बिजली विभाग के आलाधिकारी बात करते हैं। किंतु लाईन को सुरक्षित क्षेत्र से सिफ्ट करने का प्रयास आज तक नही किया गया हैं। जिससे नियमित सप्लाई ना होने का खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा हैं।