कमल बिष्ट।कोटद्वार। कविराज महेशानन्द थपलियाल स्मारक कल्याण सेवा निधि के सदस्यों द्वारा द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत भैरवगढ़ी मंदिर परिसर में महापुरुषों की स्मृति दिवस के रूप में हरेला पर्व मनाया गया संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम हरेला पर्व को स्मृति वन की निमृत मनाया गया जिस को भारत रत्न डॉ कलाम जी राजनेता भारत रत्न अटल जी, स्वर्गीय अवतार सिंह रावत, सीमा पर शहीद होने वाले जवानों एवं कोरोना काल में मारे गए लोगों की स्मृति में उनकी सेवा को हरेला पर्व के रूप में पर्यावरण संरक्षण संवर्द्धन, वन्य जीव जंतु सुरक्षा एवं जल संरक्षण को समर्पित वृक्षारोपण किया गया।
साथ ही गत वर्षों में रोपित किये गए पौधों की निराई-गुड़ाई की खई। संस्था के सदस्यों ने मन्दिर परिसर में आंवला, बांज, बुरांश,जामुन,तेजपात, अनार आदि पौध का रोपण किया गया। इस दौरान द्वितीय चरण में पर्यावरण संरक्षण एवं जल ही जीवन विषय पर आयोजित गोष्ठी में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी राम रतन सिंह रावत ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने हेतु पृथ्वी का हरा-भरा होना नितांत आवश्यक है। कहा कि विश्वभर में मौसम व जलवायु परिवर्तन के लिए प्रदूषण व लगातार पेड़ों कटना है।
इसलिए जितना हो सकें पेड़ लगाएं और प्रदूषण को कम करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि वन है तो जल है और जल है तो जीवन है,सभी लोगों को इसकी सार्थकता को समझना होगा। एक की भी कमी होने से पूरा संतुलन बिगड़ जाएगा। इस दौरान संस्था के सक्रिय कार्यकर्ता वीरेन्द्र सिंह नेगी के आकस्मिक निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर वृक्षारोपण करने वालों में पूर्व वन क्षेत्राधिकारी आर पी पंत, बृजभूषण सिंह रावत, सतीश शर्मा, सुनील नेगी, प्रकाश चंद हेमदास, चंद्रमोहन जखमोला, राजेंद्र प्रसाद, बलवीर सिंह बिष्ट, रमेश चंद्र, गीता, गायत्री देवी, मुकेश सिंह आदि शामिल रहे।