
रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद के वि खण्ड अगस्त्यमुनि, तहसील ऊखीमठ के भीरी राजकीय इंटर कालेज के नाम बदले जाने को लेकर अब ग्रामीणों ने दिखाई नाराजगी।
आपको बता दे कि 14 अप्रैल को वैशाखी मेले बधाणीताल पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री के सामने एक प्रस्ताव आया जिसमे भीरी अगस्त्यमुनि राजकीय इंटर कालेज का नाम बदलकर शहीद मुरलीधर सेमवाल के नाम से रखने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने मंच से भी इस बात को शासन स्तर पर लाने की स्वीकृति दी है।
वहीं अब स्थानीय लोगों व ग्राम पंचायत भीरी के द्वारा 16 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक करते हुए निर्णय लिया गया कि राइका भीरी का नाम यथावत रखा जाये। ऐसा ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
आज ग्रामीणों के एक शिष्टमण्डल ने प्रधान हरि कृष्ण गोस्वामी के नेतृत्व मे जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के माध्यम से सूबे के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया, जिसमे उन्होंने निवेदन किया है कि भीरी राजकीय इंटर कालेज का नाम पूर्व की भांति यथावत ही रहने दिया जाये। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि अगर किसी प्रकार से भीरी इंटर कालेज का नाम बदला गया तो हमें आंदोलन, भूख हड़ताल के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी सारी जिम्मेवारी शासन/प्रशासन की होगी।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग कि है कि जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए भीरी इंटर कालेज के नाम के साथ छेड़छाड़ ना की जाये ओर पूर्व की तरह ही नाम चलने दिया जाये।
ग्रामीणों के शिष्ट मण्डल ने केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत से भी मुलाकात कर उन्हें भी ज्ञापन सौपा। कहा कि सरकार के संज्ञान में इस बात को ले जाने में मदद करें। वही विधायक शैलारानी रावत ने बताया कि जनभावना जो तय करेगी वैसा ही उचित रहेगा, अगर जन सहमति से निर्णय आता है तो वैसा ही होगा। हम जन भावनाओं का सम्मान करते हैं।
प्रधान हरि कृष्ण गोस्वामी ने बताया नाम बदलने को लेकर आपति जताते हुए ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे हैं। आशा करते हैं कि सरकार जन भावनाओं का आदर करेगी।
इस अवसर पर प्रधान भीरी हरिकृष्ण गोस्वामी, दिगम्बर भण्डारी, रविंद्र सिह, गोरी दत मिश्रा, महेंद्र मिश्रा, मिथला देवी, मनोज लाल, सरजीत भण्डारी, स्तेश्वरी देवी, विजयराम, सुशीला सन्दीप सिह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।












