प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। विश्व सांस्कृति धरोहर रम्माण का आयोजन 26 अप्रैल को होगा।
पैनखंडा जोशीमठ के सलूड-डंुग्रा गाॅव से विश्व पटल पर पहुचे रम्माण का आयोजन इस वर्ष 26अप्रैल को होगा।
बैसाखी पर्व पर गाॅव के पुरोहित द्वारा पंचाग गणना के बाद रम्माण का मुहूर्त तय किया गया। इससे पूर्व भूमियाल देवता जो एक वर्ष तक गाॅव के ही नरेन्द्र सिंह कुॅवर के घर पर विराजमान थे उन्है पूरे विधि-विधान के साथ तीन दिवसीय पूजा व भोज के बाद वहाॅ से लाकर मंदिर मे प्रतिष्ठापित किया गया। इस दौरान देवी-देवताओ का अवतारी पश्वाओं द्वारा अवतार लेकर लोगो को शुभाषीत दिया गया।
इसी के साथ बैसाखी से लेकर 26अप्रैल तक प्रतिदिन के पूजा कार्यक्रम भी तय कर लिए गए। इस वर्ष के लिए भूमियाल देवतो को गाॅव भर मे भ्रमण कराने के लिए धारी की नियुक्ति भी की गई। गाॅव के पूरोहित द्वारा रम्माण की तिथि घोषित की गई।
विश्व सांस्कृतिक धरोहर रम्माण को विश्व पटल पर पंहुचाने वाले डा0 कुशल भंडारी के अनुसार रम्माण के आयोजन को लेकर हुई बैठक मे तय किया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा पैनख्ंाडा जोशीमठ को दो राज्य मंत्री दिए है। इसलिए इस वर्ष रम्माण के अवसर पर राज्य मंत्री/बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, व राज्य मंत्री जनजाति सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष रामकृष्ण सिंह रावत को क्षेत्रीय जनता द्वारा सम्मानित किया जाऐगा। दांेनो राज्य मंत्री रम्माण के अवसर पर मौजूद रहेगे। इनके अलावा अन्य महानुभावो को भी आंमंत्रण दिया जा रहा है।